सामना संवाददाता / मुंबई
पूर्व विधायक और हाल ही में कांग्रेस छोड़कर अजीत पवार गुट का दामन थामने वाले बाबा सिद्दीकी पर मुंबई में शनिवार की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाबा सिद्दीकी कई सालों से विधायक थे। उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मुहैया कराई गई थी। एक कार्यक्रम से बाहर जाते वक्त हत्यारों ने उन पर गोलियां दाग दीं। मुंबई में शुरू हत्याओं का सिलसिला अब राजनीतिक नेताओं, पूर्व मंत्रियों और विधायकों तक पहुंच गया है। इस राज्य में आखिरकार कौन सुरक्षित है यह गृहमंत्री स्पष्ट करें। आम जनता, महिला, व्यापारी-उद्योगपति, राजनीतिक कार्यकर्ता, नेता, पूर्व मंत्री, विधायक कोई भी सुरक्षित नहीं हैं। फिर गृह विभाग आखिरकार क्या कर रहा है। इस तरह का सवाल करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने आक्रामक भूमिका अख्तियार करते हुए फडणवीस को गृहमंत्री पद से हटाने की मांग राज्यपाल से की है।
मीडिया से बात करते हुए संजय राऊत ने कहा कि राज्य के गृहमंत्री हरियाणा में चुनाव जीत गए हैं, इसलिए यहां लोगों में पेड़े बांट रहे हैं। हालांकि, राज्य में जनता के सामने ही दिनदहाड़े खून-खराबा, हिंसा, आतंक और उगाही जारी है। इन सबके लिए राज्य के गृहमंत्री जिम्मेदार हैं या नहीं? वे महाराष्ट्र के इतिहास के सबसे असफल और निष्क्रिय गृहमंत्री हैं। अभी तक हम गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग कर रहे थे, लेकिन अब दुर्भाग्य से यह कहने का समय आ गया है कि गृहमंत्री को हटा देना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस एक समय क्या थे और अब क्या हो गए हैं…उनका पतन हमारी आंखों के सामने हुआ। संजय राऊत ने गृहमंत्री से विपक्ष पर चाल चलने और रात में हुडी पहनकर घूमने के बजाय पद की जिम्मेदारी और कर्तव्य के प्रति जागने की अपील की। उन्होंने आगे कहा कि कल की घटना बेहद भयानक और दुर्भाग्यपूर्ण है। हम जैसे राजनीतिक कार्यकर्ताओं से पूरी सुरक्षा छीन ली गई है। हमें इसकी चिंता नहीं है। यह बदले की राजनीति है। लेकिन बाबा सिद्दीकी की हत्या तब कर दी गई जब वे महायुति में शामिल थे और उन्हें वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी।