उत्तर प्रदेश के कन्नौज में कल बड़ा हादसा हुआ, जिसने योगी के विकास के वादे की पोल खोल दी। यहां निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन की छत का स्लैब अचानक गिर गया, जिसमें ४० से ज्यादा मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई गई। खबर लिखे जाने तक २३ मजदूरों को निकाला जा चुका था। घटना की सूचना मिलते ही रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) जवान मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान में जुटे थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, सटरिंग के हिलने से धड़ाम से स्लैब गिर गया। स्थानीय प्रशासन रेस्क्यू में जुटा हुआ था। मलबे से २३ मजदूर निकाले जा चुके थे, जिसमें से ५ की हालत गंभीर होने पर उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया। बाकी दबे हुए मजदूरों को निकालने के लिए लखनऊ से एसडीआरएफ बुलाई गई।
रेलवे स्टेशन हादसे में अब तक २३ मजदूरों का रेस्क्यू हुआ, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें घायल ५ मजदूरों की छुट्टी कर दी गई। वहीं १३ मजदूरों का इलाज जिला अस्पताल में लगातार जारी है और ५ घायलों की हालत चिंताजनक होने पर लखनऊ मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। कमिश्नर कानपुर मंडल और डीआईजी कानपुर जोन भी घटनास्थल पर पहुंच गए थे। दोनों अधिकारी जिले के अफसरों से हादसे की जानकारी ले रहे थे।