सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति सरकार के कार्यकाल में राज्य हर क्षेत्र में पीछे रहा है। उद्योग, कृषि, रोजगार, शिक्षा हर क्षेत्र में यह सरकार पूरी तरह से विफल साबित हुई है, ऐसा गंभीर आरोप लगाते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि महायुति सरकार ने उद्योगों को अन्य राज्यों में भेज दिया, किसानों की हालत खराब कर दी और आम जनता को महंगाई के बोझ तले दबा दिया है।
आदित्य ठाकरे ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि घोटाले केवल सड़कों और डामर तक सीमित नहीं रहे, बल्कि स्कूली छात्रों के गणवेश को भी नहीं बख्शा गया। उन्होंने कहा कि वर्ष समाप्त होने को है, शिक्षा सत्र खत्म होने को कुछ ही महीने बचे हैं, लेकिन राज्य में अबतक छात्रों को गणवेश नहीं मिला। एकनाथ शिंदे की भ्रष्ट सरकार में तत्कालीन मंत्री दीपक केसरकर इसके लिए जिम्मेदार हैं।
आदित्य ठाकरे ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि एक राज्य और एक गणवेश भी नहीं! वर्ष समाप्त होने तक भी वादा झूठा निकला। छात्रों को गणवेश नहीं मिलने का मामला बहुत ही गंभीर है। छात्रों को गणवेश से वंचित रखना शर्मनाक है। शिवसेना ने बुलढाणा जिला परिषद स्कूल का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां के छात्रों को अब तक गणवेश नहीं मिला है। उन्होंने ट्वीट किया कि एक राज्य, एक गणवेश देने का वादा बड़ा था, लेकिन वर्ष समाप्त होते-होते वह वादा झूठा निकला। आदित्य ठाकरे ने एक स्वर में सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। आदित्य ठाकरे ने लिखा कि स्कूली गणवेश तक भ्रष्टाचार की चपेट में है और महायुति सरकार की अनियमितताएं सामने आ रही हैं।
बता दें कि भ्रष्टाचार को लेकर आदित्य ठाकरे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर भी निशाना साधते हुए मुंबई में सड़क निर्माण कार्य में घोटाले के आरोप लगाए।