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महाकुंभ की अवधि में परिवर्तित रहेगा बाबा विश्वनाथ की पांच पहर की आरती व भोग का समय

उमेश गुप्ता / वाराणसी

महाकुंभ की अवधि में 45 दिनों तक बाबा विश्वनाथ की पांच पहर की आरती व भोग के समय में परिवर्तन किया गया है। सोमवार, पूर्णिमा व महाशिवरात्रि को छोड़कर ब्रह्म मुहुर्त में होने वाली मंगला आरती का समय 15 मिनट तो रात्रि में होने वाली शयन आरती का समय आधे घंटे पूर्व कर दिया गया है। यानी बाबा अब और तड़के जागेंगे और जल्दी सोएंगे।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने महाकुंभ के दौरान बाबा की भोग आरती की समय सारणी जारी की है। इसके अनुसार, 13 जनवरी से 26 फरवरी के बीच सोमवार, पूर्णिमा व महाशविरात्रि को छोड़कर अन्य सभी अतिरिक्त दिनों में बाबा की मंगला आरती भाेर में 2.45 बजे, मध्याह्न भोग आरती 11.35 बजे, सप्तऋषि आरती सायं सात बजे, श्रृंगार भोग आरती रात 8.45 बजे और शयन आरती रात 10.30 बजे होगी।
इस अवधि में पड़ने वाले सोमवाराें को यानी 20 व 27 जनवरी और तीन, 10, 17 व 24 फरवरी को मंगला आरती व मध्याह्न भोग आरती का समय ताे वही रहेगा, लेकिन श्रृंगार भोग आरती 15 मिनट विलंब से रात नौ बजे व शयन आरती 10.45 बजे हुआ करेगी। पूर्णिमा की तिथियों में 13 जनवरी एवं 12 फरवरी को मंगला आरती व मध्याह्न भाेग आरती तो सामान्य दिनों के समयानुसार ही होगी, लेकिन सप्तऋषि आरती व श्रृंगार भोग आरती 45 मिनट पूर्व क्रमश: सायं 6.15 बजे, व रात आठ बजे होंगी।
महाशिवरात्रि की रात्रि में मंदिर का कपाट बंद नहीं होगा तथा रात्रि 11 बजे से अगले दिन प्रात: 6.30 बजे तक चार पहर की आरती होगी। महाशिवरात्रि के अगले दिन प्रात: मंगला आरती नहीं होगी।

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