सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनाव में एक तरफ जहां लोग बड़े उत्साह से मतों केअधिकार का इस्तेमाल किया है तो वहीं एक गांव के लोग विकास काम नहीं होने से नाराज होकर मतदान का बहिष्कार किया। गांव के ९२३ मतदाताओं ने श्मशान भूमि की समस्या को लेकर मतदान में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया। लातूर जिले के अहमदपुर विधानसभा क्षेत्र के टेंभुर्णी गांव में मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार किया। दरअसल पिछले कई वर्षों से टेंभुर्णी गांव में श्मशान भूमि की समस्या लंबित है। इस मुद्दे को हल कराने के लिए ग्रामीणों ने कई बार आंदोलन किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हुआ। इससे नाराज होकर ग्रामीणों ने चुनाव के दिन मतदान से दूर रहने का पैâसला किया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रहे हैं। श्मशान भूमि का मुद्दा उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे लगातार अनदेखा किया जा रहा है। यही कारण है कि उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में हिस्सा न लेने का कठोर कदम उठाया। गांव के मतदाताओं ने मतदान का बहिष्कार कर सरकार और प्रशासन को संदेश देने की कोशिश की है कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा, तो वे अपने अधिकारों का उपयोग भी नहीं करेंगे।