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अजीत पवार के किले की दीवार लगी ढहने!..१६ नगरसेवकों ने शरद पवार से की मुलाकात

-०६ विधायकों ने भी घर वापसी की दर्शाई थी तैयारी

सामना संवाददाता / मुंबई

लोकसभा चुनाव में बारामती सीट से सुनेत्रा पवार की हार को अजीत पवार गुट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, रायगढ़ में सुनील तटकरे की जीत से अजीत पवार खेमा भारी संकट से बच गया है। विधानसभा चुनाव में क्या हो सकता है, इसे लेकर राजनीतिक हलके में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। फिलहाल, अजीत पवार गुट में असहज माहौल है। रोहित पवार लगातार दावा कर रहे हैं कि अजीत पवार गुट के विधायक हमारे संपर्क में हैं। इसका प्रमाण भी धीरे-धीरे सामने आने लगा है। अजीत पवार के करीबी नेताओं ने अब शरद पवार खेमे में जाने की तैयारी दर्शाई है। अजीत पवार के गढ़ पिंपरी-चिंचवड़ के १६ नगरसेवकों ने लोकसभा चुनाव से पहले शरद पवार से मुलाकात कर घर वापसी की इच्छा व्यक्त की है। इससे पहले अजीत पवार गुट के ६ विधायकों ने एनसीपी (शरदचंद्र पवार) अध्यक्ष जयंत पाटील से मुलाकात कर घर वापसी की तैयारी दर्शाई थी। अब इन नगरसेवकों के साथ छोड़ने से अजीत पवार के किले की दीवार ढहने लगी है। ऐसे में अजीत पवार को बड़ा झटका लग सकता है। अजीत पवार को अब अपनी पार्टी संभालना एक चुनौती बनता जा रहा है।
बता दें कि अजीत पवार ने अपने राजनीतिक करियर की अपना गढ़ माने-जानेवाले पिंपरी-चिंचवड़ से ही शुरुआत की थी, लेकिन अब उन्हें वहां से चुनौती मिल रही है। पिंपरी-चिंचवड़ के एनसीपी शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे समेत १६ नगरसेवकों ने शनिवार देर रात पुणे के मोदी बाग में शरद पवार से मुलाकात की। समझा जाता है कि अजीत पवार गुट से भोसरी के पूर्व विधायक विलास लांडे भी शरद पवार से मिलनेवाले हैं। इससे अजीत गुट में काफी हलचल देखी जा रही है। शरद पवार से मुलाकात करनेवाले ८ नगरसेवकों के नाम भी सामने आए हैं।
पहले दादा से की मुलाकात, फिर पहुंचे साहब के पास
शरद पवार से मुलाकात से पहले पिंपरी-चिंचवड़ के पूर्व नगरसेवक और पदाधिकारियों ने अजीत पवार से मुलाकात की थी। महायुति में एक फॉर्मूला तय हो गया है कि जिस विधानसभा में जिसका विधायक है, उसी के खाते में वह सीट जाएगी। इससे साफ है कि भोसरी विधानसभा सीट भाजपा के खाते में जानेवाली है, जबकि इस सीट पर अजीत पवार गुट से शहर अध्यक्ष अजीत गव्हाणे खुद चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। अगर अजीत गव्हाणे चुनाव लड़ने में असमर्थता जताते हैं तो पूर्व विधायक विलास लांडे चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

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