सामना संवाददाता / मुंबई
शहर की भीड़-भाड़ और ट्रैफिक जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए मुंबई मेट्रो का विचार एक दशक पहले किया गया था। इस बीच मेट्रो के पूरे होने की कई बार डेडलाइन बदली गई, लेकिन अब २०२५ में मेट्रो के ६ नए रूटों का संचालन शुरू होने की उम्मीद है, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था सुगम होने की उम्मीद जताई जा रही है।
मुंबई के ट्रांसपोर्ट सिस्टम पर भारी दबाव है। हर दिन लगभग ६५ से ७० लाख लोग लोकल ट्रेनों में सफर करते हैं, वहीं शहर में करीब ४९ लाख वाहन हैं, जिनमें ६० प्रतिशत दोपहिया वाहन हैं। इसके अलावा, बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट) का बेड़ा भी घट रहा है, जिससे अन्य सार्वजनिक परिवहन प्रणाली पर अतिरिक्त दबाव बढ़ रहा है।
२०२५ में मुंबई मेट्रो के छह महत्वपूर्ण रूटों का संचालन शुरू होगा, जो शहर के यातायात को और सुगम बनाएंगे। इनमें से कुछ रूटों के उद्घाटन की तारीख तय हो चुकी है, जबकि अन्य रूट भी जल्द ही चालू होंगे।
मेट्रो २ बी: इस रूट पर अधेरी वेस्ट से मंडाले और मंडाले से डायमंड गार्डन तक का हिस्सा जून २०२५ तक चालू हो जाएगा। पूरी मेट्रो-२बी लाइन पर १९ स्टेशन होंगे, जो २०२६ तक तैयार होंगे।
मेट्रो-३: यह अंडरग्राउंड मेट्रो है, जिसका दूसरा फेज बीकेसी से कफ परेड तक जुलाई २०२५ चालू होने की उम्मीद है।
मेट्रो-४ और ४ए: वडाला से गौमुख तक के इस रूट पर ठाणे के घोड़बंदर रोड का हिस्सा २०२५ के अंत तक चालू होगा। यह पश्चिम और उत्तर मुंबई के बीच यात्रा को सरल बनाएगा।
मेट्रो-७ए: यह रूट मेट्रो ३ से जुड़ कर टर्मिनल २ को पश्चिमी उपनगरों से जोड़ेगा। इस रूट के साथ एक बड़ा मेट्रो नेटवर्क तैयार होगा, जो यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा।
मेट्रो-९: यह मेट्रो लाइन दहिसर से मीरा-भायंदर तक होगी, जो मेट्रो-७ के साथ जुड़ेगी। यह रूट मुंबई के उत्तरी हिस्से को पश्चिमी उपनगरों से जोड़ेगा। इस रूट का पहला हिस्सा जून २०२५ तक चालू होगा।
मुंबई मेट्रो के विस्तार की योजनाएं २०२५ के बाद भी जारी रहेंगी, मेट्रो परियोजना से जुड़े अन्य रूट्स पर भी काम जारी है, जिनके पूरा होने के बाद मुंबई में यात्रा के तरीके में बदलाव आएगा।