सामना संवाददाता / मुंबई
एनसीपी (शरदचंद्र पवार) अध्यक्ष शरद पवार कल रविवार को मारकडवाड़ी जाएंगे। मारकडवाड़ी ईवीएम विरोधी देश का पहला गांव है, जहां बैलेट पेपर से वोटिंग का विरोध किया गया था। राहुल गांधी समेत आघाड़ी के नेता जल्द ही यहां का दौरा करेंगे और शरद पवार रविवार को पहली बार यहां पहुंचेंगे।
रविवार को ही मालशिरस के विधायक और इस आंदोलन के नेता उत्तमराव जानकर का शपथ ग्रहण समारोह भी होने वाला था। हालांकि, खबर है कि अब उन्होंने राष्ट्रपति की इजाजत लेकर सोमवार को राष्ट्रपति कक्ष में शपथ लेने का फैसला किया है।
पुलिस प्रशासन ने गांव में कर्फ्यू लगा दिया और मतदान प्रक्रिया रोक दी। सोलापुर जिले के मालशिरस तालुका का मारकडवाड़ी गांव राज्य में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि इस गांव के नागरिकों ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की थी। इसके लिए आंदोलन भी किया गया। ग्रामीणों ने बैलेट पेपर पर मतदान की पूरी तैयारी कर ली थी। हालांकि, पुलिस प्रशासन ने गांव में कर्फ्यू लगाकर मतदान प्रक्रिया रोक दी। इसके चलते ग्रामीण मतपत्र पर अपनी इच्छानुसार मतदान नहीं कर सके। हालांकि, यह गांव इस समय खूब चर्चा में है। प्रशासन ने कहा था कि मारकडवाड़ी में मतदान प्रक्रिया अवैध थी। इस जगह पर कर्फ्यू भी लगाया गया था इसलिए मतदान प्रक्रिया रद्द कर दी गई।
ग्रामीणों के खिलाफ मामला
बैलेट पेपर से मतदान प्रक्रिया के लिए पहल करने वाले मारकडवाड़ी के १७ लोगों सहित १०० से २०० अन्य ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह मामला विधानसभा चुनाव के नतीजे को प्रभावित करने की मंशा से ईवीएम मशीन के संबंध में अफवाह फैलाकर दोबारा मतदान का प्रावधान नहीं होने पर प्रशासन के आदेश की अवहेलना करने के मामले में दर्ज किया गया है। इस पर नागरिकों से मतपत्र पर वोट देने की अपील कर समाज में डर पैदा करने और नफरत पैदा करने का भी आरोप लगाया गया है।