सामना संवाददाता / देहरादून
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के राज्य में विभिन्न राज्यों से सेना में भर्ती के लिए गए युवाआें को रहने का ठिकाना नहीं मिला। परिणामस्वरूप युवाओं को सर्दी के मौसम में खेत में रात बितानी पड़ी। बताया जाता है कि प्रादेशिक सेना की भर्ती में शामिल होने पहुंचे युवाओं को रहने के लिए ठिकाना नहीं मिला। होटल, स्कूल, रैन बसेरे पूरी तरह पैक रहे। ऐसे में युवाओं को खेतों में खुले आसमान के नीचे कड़ाके की ठंड में रात बितानी पड़ी। इसके अलावा शहर आसपास मंदिरों में कई युवाओं को रहना पड़ा।
पिथौरागढ़ में सेना के देवकटिया मैदान जाजरदेवल में १२ नवंबर से २७ नवंबर तक प्रादेशिक सेना भर्ती चल रही है। भर्ती में शामिल होकर अपने सपने को पूरा करने के लिए देश के विभिन्न राज्यों से सोमवार को १०,००० से अधिक युवा पिथौरागढ़ पहुंचे। देर रात तक मैदानी क्षेत्रों से युवाओं की आवाजाही जारी रही। भीड़ अधिक होने से युवाओं को भारी दिक्कतों से गुजरना पड़ा। होटल और रैन बसेरे पैक हो गए। युवाओं को ठहराने के लिए कुछ स्कूलों का अधिग्रहण किया गया, लेकिन ये भी नाकाफी साबित हुए। भीड़ अधिक होने से युवाओं को मैदान के नजदीक खेतों में रात बितानी पड़ी।
युवाओं ने सुनाई आपबीती
मध्य प्रदेश के सुनील ने बताया कि वह अपने चार साथियों के साथ भर्ती में शामिल होने पहुंचा है। होटलों और रैन बसेरों में भीड़ अधिक होने से ठहरने के लिए जगह नहीं मिली तो उन्हें कड़ाके की ठंड के बीच किसी तरह खेत में रात बितानी पड़ी। भर्ती में शामिल होने के लिए युवाओं का सीमांत जिले में पहुंचने का सिलसिला जारी है और अधिक भीड़ बढ़ने की संभावना है। ऐसे में पुलिस-प्रशासन को युवाओं को राहत देने के लिए मशक्कत करनी होगी। अभ्यर्थियों की भीड़ को देखकर पुलिस प्रशासन की दिक्कत भी बढ़ गई है। प्रशासन ने नगर के स्कूलों में २१ से २३ नवंबर तक तीन दिन का अवकाश करने का निर्णय लिया है। अभ्यर्थियों ठहराने के लिए इनमें व्यवस्था की जाएगी। मंगलवार को डीएम विनोद गोस्वामी ने वैंâप कार्यालय में सेना, पुलिस, परिवहन, पूर्ति, जल संस्थान, नगर निगम के अधिकारियों के साथ ही होटल एसोसिएशन, टैक्सी यूनियन, केमू और रोडवेज प्रबंधन के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि युवाओं को ठहराने के लिए स्कूलों का अधिग्रहण किया गया है।