सामना संवाददाता / मुंबई
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिन के दौरे पर मंगलवार को महाराष्ट्र पहुंचे थे। इसके बाद महाराष्ट्र में अब तक महायुति में सीटों के बंटवारे को लेकर पेच कायम है। विशेषकर २०१९ में जिन सीटों पर शिवसेना जीती थी। उन्हीं सीटों पर पेच कायम है। इन सीटों पर भाजपा-शिंदे-दादा गुट दावे कर रहे हैं। यही कारण है कि अभी तक सीटों के बंटवारे को लेकर अंतिम पैâसला नहीं हो सका है। भाजपा सूत्रों के मुताबिक कुछ सीटों पर भले ही शिंदे गुट का उम्मीदवार होगा, लेकिन उसे भाजपाई के ’कमल’ पर चुनाव लड़ना पड़ेगा। बताया जाता है कि शिंदे गुट को अधिक से अधिक दस सीटें भाजप देगी, उसमें से छह सीटों पर भाजपा के सिंबल पर शिंदे गुट के उम्मीदवार को चुनाव लड़ना पड़ेगा। हालांकि, भाजपा शिंदे गुट को १० और अजीत पवार गुट को केवल ५ सीटें देने को तैयार है। जिसकों लेकर शिंदे-दादा गुट में असंतोष व्याप्त है।
सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री शिंदे अपनी पार्टी के लिए २३ सीटों पर जोर दे रहे हैं, यह वही आंकड़ा है, जिस पर २०२२ में बंटवारा होने से पहले शिवसेना ने २०१९ का लोकसभा चुनाव लड़ा था। सीएम शिंदे और उनकी पार्टी कथित तौर पर १८ सीटों पर समझौता करने के लिए तैयार है, जो पिछले लोकसभा चुनाव में शिवसेना ने जीती थी। लेकिन किसी भी हालत में भाजपा १८ सीटें शिंदे गुट को देने को तैयार नहीं है।
सीट शेयरिंग के लिए
३४-१०-४ का फॉर्मूला
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा ने सीट शेयरिंग के लिए ३४-१०-४ का फॉर्मूला सुझाया है, इनमें से ३४ सीटों पर भाजपा अपना प्रत्याशी उतारेगी। शिंदे गुट के लिए १० सीटें और एनसीपी अजीत पवार गुट के लिए ४ सीटें छोड़ी गई हैं। जिन सीटों को लेकर तीनों दलों में मतभेद है, इनमें से कल्याण, दक्षिण मुंबई, रत्नागिरी, शिरूर, अमरावती, संभाजीनगर नगर, हिंगोली, नासिक, रामटेक और मावल सीटों को लेकर मतभेद है।
इन सीटों पर भाजपा का दावा
दक्षिण मुंबई: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
उत्तर पश्चिम मुंबई: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
रत्नागिरी- सिंधुदुर्ग: सीट से भाजपा लड़ना चाहती है।
शिरुर: अजीत पवार और शिंदे गुट का दावा।
मावल: सीट से अजीत पवार गुट लड़ना चाहते है।
गढ़चिरौली: भाजपा की सीट पर अजीत गुट लड़ना चाहता है।
नासिक: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
पालघर: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
ठाणे: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
संभाजीनगर: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
धाराशिव: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
परभणी: सीट पर भाजपा लड़ना चाहती है।
अमरावती: सीट पर भाजपा ने दावा किया है।
माढा: भाजपा की सीट पर अजीत पवार लड़ना चाहते हैं।
सातारा: दादा और भाजपा दोनों का दावा हैं।
दादा गुट को भी चाहिए शिंदे गुट जितनी ही सीटें
महागठबंधन में सीट बंटवारे का पेच अभी भी नहीं सुलझ पाया है। अजीत दादा गुट इस बात पर अड़ा है कि उन्हें भी उतनी ही सीटें चाहिए, जितनी शिंदे गुट को दी गई हैं। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल ने साफ तौर पर कहा कि भले ही भाजपा ज्यादा सीटें लें, लेकिन उन्हें शिंदे गुट के बराबर ही सीटें दी जानी चाहिए। सीट बंटवारे को लेकर अमित शाह ने अजीत पवार गुट के नेताओं से बंद कमरे में चर्चा की। इस बाबत छगन भुजबल ने प्रेस कॉन्प्रâेंस में कहा, ‘हमारे नेता पिछले दो दिनों से विधानसभा क्षेत्रों की समीक्षा कर रहे हैं और सीट आवंटन का अंतिम पैâसला आने के बाद और जोश के साथ काम किया जाएगा।’