मुख्यपृष्ठनए समाचारभाजपा और गद्दारों के लिए नहीं है महाराष्ट्र में कोई स्थान! ...मुद्दों...

भाजपा और गद्दारों के लिए नहीं है महाराष्ट्र में कोई स्थान! …मुद्दों पर चर्चा करने की असंवैधानिक मुख्यमंत्री में नहीं है हिम्मत …आदित्य ठाकरे ने किया जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
विधायकों, सांसदों और राजनीतिक दलों को तोड़ने के लिए ईडी और सीबीआई का सहारा भाजपा, महायुति और एनडीए में शामिल घटक दल ले रहे हैं। हालांकि महाविकास आघाड़ी हमेशा महाराष्ट्र के हित और विकास पर बात करती है। असंवैधानिक मुख्यमंत्री को हमने कई बार चुनौती दी कि वे अकेले अथवा अपने विभाग के साथ बैठकर महाराष्ट्र से उद्योग-धंधे बाहर क्यों जा रहे हैं, कृषि में समस्याएं क्यों आ रही हैं, दो सालों में राज्य का विकास क्यों नहीं हुआ आदि मुद्दों पर खुलकर चर्चा करें। लेकिन उनमें इन मुद्दों पर चर्चा करने की हिम्मत ही नहीं है। इसलिए कुछ चिंदीचोरों को हमारे खिलाफ बोलने के लिए भेजते हैं। हालांकि हम ऐसे लोगों को महत्व ही नहीं देते हैं। इस तरह का हमला करते हुए शिवेसना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा, गद्दार गुट और उनके मित्र दलों को स्थान ही नहीं है।
शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे की उपस्थिति में महाविकास आघाड़ी की उम्मीदवार वैशाली दरेकर ने नामांकन पत्र भरा। इस मौके पर आदित्य ठाकरे ने उक्त बातें कहीं। उन्होंने देश की राजनीति और भाजपा को लग रहे हार के डर पर अपने विचार व्यक्त कर एक तरह से भाजपा पर हमला बोला। आदित्य ठाकरे ने कहा कि अब भाजपा धार्मिक मुद्दों पर बोल रही है। भाजपा जब हारने लगती है, तब वह धार्मिक और हिंदू-मुस्लिम में विवाद पैदा करनेवाले विषयों को लाने की कोशिश करती है। ऐसे मुद्दों को उठा कर बिना कारण धर्म-धर्म, जाति-पाति में विवाद पैदा करने की कोशिश की जाती है। लेकिन हम महाराष्ट्र के रूप में इकट्ठा हैं और महाराष्ट्र के हित पर ही बात करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि आज यदि हमने महाराष्ट्र के हित के बारे में नहीं बोला, तो हमारे मंत्रालय वे सूरत लेकर चले जाएंगे।
ये पूछे सवाल
आदित्य ठाकरे ने कहा कि कर्नाटक में रेवन्ना के प्रचार के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता आए थे। वे आज भी उनका प्रचार कर रहे हैं। इन सभी मामलों पर चुनाव आयोग केवल दर्शक की भूमिका निभा रहा है। क्या चुनाव आयोग रेवन्ना का नामांकन रद्द करेगा, इस तरह के गंभीर मामले में भी चुनाव आयोग क्या केवल दर्शक की ही भूमिका निभाता रहेगा? देश में क्या चुनाव आयोग बचा है और भाजपा रेवन्ना पर पर कार्रवाई करेगी क्या? इस तरह के सवाल आदित्य ठाकरे ने पूछे हैं।
दुर्भाग्यपूर्ण है बयान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे में भटकती आत्मा का उल्लेख किया। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। जिस नेता ने महाराष्ट्र और देश में काम किया है। वे राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं, उम्र में भी वरिष्ठ हैं। ऐसे नेता के बारे में नरेंद्र मोदी का ऐसा बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। महाराष्ट्र संस्कारी है। अब राज्य में नकली शिवसेना, भटकती आत्मा जैसी शिक्षा वे महाराष्ट्र को दे रहे हैं क्या? इस तरह का नाराजगी भरा सवाल भी आदित्य ठाकरे ने किया।
खतरे में है लोकतंत्र
ईशान्य मुंबई के शिवसेना प्रत्याशी संजय दीना पाटील के नामांकन भरने के बाद आदित्य ठाकरे ने कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है। महाविकास आघाड़ी के लिए राज्य में अच्छा मौहाल है और मुझे पूरा विश्वास है कि मविआ अधिक से अधिक सीटें जीतेगी। शिवसेना विधायक सुनील राऊत ने कहा कि लोग अब बदलाव चाहते हैं। लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए हम सब एकजुट हैं। अब उन्हें पता है कि मोदी अब प्रधानमंत्री नहीं रहेंगे।

बेस्ट बस किराया वृद्धि पर साधा निशाना
मुंबई मनपा ने बेस्ट के टिकट की कीमत में बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया है। इसमें साधारण बस की दर न्यूनतम किराए को पांच से बढ़ाकर सात, जबकि एसी के किराए को छह से १० रुपए किए जाने की संभावना है। इस पर आदित्य ठाकरे ने जमकर घाती सरकार की खबर ली। उन्होंने एक्स पर किए पोस्ट के जरिए कहा है कि भाजपा नेतृत्ववाली घाती सरकार द्वारा बेस्ट के किराए में बढ़ोतरी किए जाने का पैâसला लिया गया है। भाजपा मुंबई विरोधी है। यह मैं हमेशा से कहता आ रहा हूं। प्रस्तावित किराया वृद्धि मुंबईकरों के जेब पर डाका डालने का एक और रास्ता है। उन्होंने कहा कि पहले से ही बसों की संख्या को कम कर दिया गया है। बस स्टॉपों का परिवर्तन ठेकेदारों के विज्ञापन बोर्ड में किया गया है। ‘किराया वृद्धि क्यों?’ इस तरह के एक्स पर एक पोस्ट में उन्होंने कहा कि हमने किराया दुनिया में सबसे किफायती रखा है और फिर भी हम १०,००० इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े का विस्तार कर रहे हैं।

अन्य समाचार