मुख्यपृष्ठनए समाचारन सड़क है, न एंबुलेंस ... गर्भवती महिला को डोली में बैठाकर...

न सड़क है, न एंबुलेंस … गर्भवती महिला को डोली में बैठाकर ले जाना पड़ा हॉस्पिटल! …क्या यही है विकसित भारत?

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में एक गांव का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। वीडियो में बोडिगारुवु गांव के आदिवासी एक गर्भवती महिला को टूटी-फूटी डोली में बैठाकर ले जाते दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि सभी लोग महिला को अस्पताल लेकर जा रहे थे। गांव वालों का कहना है कि उन्हें ऐसा इसलिए करना पड़ा क्योंकि वहां पर खराब सड़क है, जिससे गाड़ी नहीं जा सकती है। इस वीडियो ने एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी के `विकास’ की पोल खोल दी है, जिसमें ढेरों वादे किए जाते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, महिला को पेट में बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था इसलिए उसे गांव की ओर जाने वाली खराब सड़क से नहीं ले जाया जा सकता था। लेकिन महिला को अस्पताल भी लेकर जाना जरूरी था इसलिए गांववालों ने एक डोली बनाई, जिसे दो लोगों ने उठाया। महिला को उसमें बैठाया और नाला पार किया। हालांकि, ये तरीका भी कम जोखिम भरा नहीं था। एक महिला को ले जाने के लिए छह लोगों को बहते पानी में उतरना पड़ा। अगर उस दौरान कोई हादसा हो जाता तो उन लोगों की जान को खतरा हो सकता था। हालांकि, यह इस तरह का पहला मामला नहीं है। देश के आदिवासी इलाकों में अक्सर सड़क के अभाव में लोगों को इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
इस घटना का पूरा वीडियो सामने आया है। इसमें आप देख सकते हैं कि महिला डोली में बैठी है। उसे दो पुरुषों ने उठाया हुआ है। महिला की बगल में उसके साथ एक आदमी चल रहा है। उसने महिला को पकड़ा हुआ है। वीडियो आगे बढ़ने पर पता चलता है कि सभी ने मिलकर एक नदी/नाला भी पार किया। पानी में महिला की डोली को ऊपर उठाया, पानी घुटनों से ऊपर था। लगभग सभी लोग पानी में भीग गए थे। हालांकि, पिछले कई महीनों से गांववालों ने अधिकारियों से सड़क बनाने की मांग की है।

अन्य समाचार