सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की राजनीति से अब शिंदे युग समाप्त हो चुका है। उनकी जरूरत खत्म हो गई है। भाजपा ने उन्हें इस्तेमाल किया और अब फेंक दिया। वे अब कभी मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे। भाजपा अपनी रणनीति के अनुसार, शिंदे गुट को भी तोड़ सकती है। जो लोग भाजपा के साथ काम करते हैं, उन्हीं के दल को भाजपा खत्म कर देती है। ऐसा प्रखर मत रखते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के नेता और सांसद संजय राऊत ने भाजपा और शिंदे गुट पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दिल्ली में मीडिया से बातचीत के दौरान ये बातें कही।
संजय राऊत ने आरोप लगाया कि भाजपा और महायुति के भीतर गड़बड़ी है। उन्होंने कहा कि बहुमत के बावजूद महायुति १३-१४ दिन तक सरकार नहीं बना पाई। इसका मतलब है कि भाजपा या महायुति के भीतर कुछ गड़बड़ है। शपथ विधि के बाद से यह गड़बड़ी दिखने लगेगी। ये लोग महाराष्ट्र या देश के हित में नहीं, बल्कि अपने स्वार्थ के लिए एकजुट हुए हैं।
एकनाथ शिंदे की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि शिंदे के पास दिल्ली से पंगा लेने की हिम्मत नहीं है। जैसे ढाई-तीन साल पहले हिम्मत नहीं थी, इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ी। अब उन्हें सत्ता में बने रहना ही होगा, क्योंकि कुछ लोग सत्ता के बिना नहीं रह सकते।
नए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं
संजय राऊत ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनने पर शुभकामनाएं देते हुए कहा कि महाराष्ट्र की परंपरा के अनुसार, हम उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। अब राज्य को सावधानीपूर्वक संभालने और इसे लूट से बचाने की जिम्मेदारी उनकी है। पिछले ढाई-तीन सालों में महाराष्ट्र के उद्योग, रोजगार, संपत्ति और सार्वजनिक उपक्रमों की जो लूट हुई है, उसे रोकना होगा। अगर वे ऐसा करते हैं, तो महाराष्ट्र उन्हें एक अच्छे मुख्यमंत्री के रूप में याद करेगा।
राऊत ने कहा कि चुनाव परिणाम चौंकाने वाले हैं और जनता अब भी उस झटके से बाहर नहीं आ पाई है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजों के खिलाफ जनता सड़कों पर उतर रही है। गांवों में मॉक पोल हो रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए धारा १४४ लगाई जा रही है और लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।