आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले की ३७ वर्षीय महिला गारा कुमारी ने कुवैत से एक वीडियो संदेश में मदद की अपील की है। वायरल वीडियो में कुमारी ने अपने नियोक्ताओं पर अत्याचार और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। वीडियो में वह रोते हुए अपनी आपबीती सुनाती हुई दिखाई दे रही है और कहती है, `कृपया मुझे बचा लें और मुझे मेरे बच्चों के पास वापस ले जाएं। वे मुझे मारने की कोशिश कर रहे हैं।’ विधवा और तीन बच्चों की मां गारा कुमारी सात महीने पहले काम करने के लिए कुवैत गई थी। वहां पहुंचने के बाद उसने कहा कि उसे भयंकर दुर्व्यवहार और अमानवीय परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। उसे पर्याप्त भोजन नहीं दिया जाता था। उसने कहा कि उसके मालिक उसकी जान के पीछे पड़े हैं। उसने यह वीडियो अपने रिश्तेदारों को भेजा, जिससे उसकी गंभीर हालत का पता चला। गारा कुमारी के परिवार ने स्थानीय प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर उसे वापस लाने की अपील की है। यह मामला भारत में सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है और लोग उसकी मदद के लिए आवाज उठा रहे हैं।
भाजपा राज में बेरोजगारी ने बढ़ाई परेशानी
विदेश जाने को मजबूर हुए हिंदुस्थानी
इस घटना ने एक बार फिर विदेश में काम करने वाले भारतीय घरेलू सहायकों की समस्याओं को उजागर किया है। कई बार वे यातना और शोषण का शिकार होते हैं और ऐसी घटनाओं में तत्काल कार्रवाई की जरूरत होती है। कुछ रिपोर्टों के अनुसार, मध्य पूर्वी देशों में काम करने वाले कई मजदूरों को इस तरह के दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि ऐसे मामलों में प्रभावी और त्वरित बचाव योजना बनाई जानी चाहिए। कुमारी के मामले में भारत सरकार से सख्त कार्रवाई की उम्मीद है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि मोदी के राज में बढ़ती बेरोजगारी ने यहां के लोगों को विदेश में जाकर काम करने को मजबूर किया है।