सामना संवाददाता / अमदाबाद
गुजरात मॉडल का भंडा बार-बार फूट रहा है। वहां पिछले कई महीनों में ड्रग्स की कई खेप पकड़ी जा चुकी हैं। गत दो वर्षों में विभिन्न छापों में गुजरात में ५,९५६ करोड़ करोड़ रुपए की ड्रग्स पकड़ी जा चुकी है। इस सिलसिले में ४८ तस्कर गिरफ्तार हुए हैं। अब एक बार फिर गुजरात के समुद्री तट से कुछ किमी दूर लगातार दो दिन ड्रग्स की खेप पकड़ी गई है।
सुरक्षा एजेंसियों ने दो दिन के मुश्किल ऑपरेशन के बाद ड्रग्स पकड़ा है। एटीएस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने यह खेप पकड़ी है। तस्करों के पास से ८६ किलोग्राम ड्रग्स मिले हैं, जिसकी कीमत ६०२ करोड़ रुपए बताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एटीएस की मौजूदगी की भनक लगते ही १४ पाकिस्तानी अपनी नाव से भागने लगे। इस दौरान उन्होंने एटीएस पर खुली फायरिंग शुरू कर दी। मगर एटीएस ने सभी को धर दबोचा। इसके अगले दिन सोमवार को अरब सागर की भारतीय सीमा में फिर १६३ किलो ड्रग्स जब्त की गई। पुलिस की टीम ने ड्रग्स पैडलिंग करने वाले २ पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया है। ड्रग्स का यह जत्था मछलियों की आड़ मे छिपाकर लाया जा रहा था। ऐसे में लोग सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर गुजरात में ही बार-बार इतने ड्रग्स क्यों आ रहे हैं?