सामना संवाददाता / नई दिल्ली
बांग्लादेश के रास्ते भारत में हो रही घुसपैठ को रोकने के लिए बॉर्डर पर बीएसएफ बाड़ लगा है। यह बात बांग्लादेश को इतनी अखर गई कि उसने हमारे राजदूत को समन कर दिया। अब भारत ने जवाब दिया है। विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश के टॉप डिप्लोमैट नूरल इस्लाम को तलब कर बॉर्डर की स्थिति पर नसीहत दी। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें बता दिया गया है कि ये नहीं चलेगा। हाल में सीमा पर कई घटनाएं हुई हैं। इसकी वजह से बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के बीच तनातनी बढ़ी है। इसका सबसे ज्यादा असर बंगाल में पड़ने वाला है।
बहुत लंबी है सीमा
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि बीएसएफ जो कांटेदार तार लगा रहा है, वो ठीक नहीं है। इससे सीमा पर तनाव की स्थिति पैदा हो रही है। इससे दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि बीजीबी और बीएसएफ के डीजी इस बारे में बातचीत कर मसले को सुलझा लेंगे। बांग्लादेश की ४ हजार १५६ किलोमीटर की सीमा में से ३,२७१ किलोमीटर पर भारत ने बाड़ लगा दी है. सिर्फ ८८५ किमी सीमा पर बाड़ लगाना बाकी है, लेकिन बांग्लादेश इस पर आपत्ति जता रहा है। पश्चिम बंगाल में भारत और बांग्लादेश की सीमा बहुत लंबी है। पड़ोसी बांग्लादेश में राजनीतिक हालात बदलने से साथ ही दोनों देशों की सीमा पर तनातनी बढ़ती दिख रही है। जब से बांग्लादेश में अस्थिरता बढ़ी है, वहां से लोग भागकर भारत में शरण लेना चाहते हैं। बीते सोमवार को ही पश्चिम बंगाल के दक्षिण २४ परगना जिले से पांच बांग्लादेशियों को कथित तौर पर अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने, अपनी पहचान छिपाने और एक स्थानीय कपड़ा मिल में काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
बांग्लादेश में भारत के राजदूत प्रणय वर्मा ने बांग्लादेश के अफसरों को साफ-साफ बता दिया कि सुरक्षा के लिए सीमा पर बाड़ लगाई जा रही है। इस बारे में दोनों देशों के बीच पहले से एग्रीमेंट है। बीएसएफ और बीजीबी इस बारे में लगातार संपर्क में रहते हैं। हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश के अधिकारी इसे समझ पाएंगे।