-संजय राऊत का जोरदार हमला
सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाड़ी और वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता एक साथ काम कर रहे हैं। तानाशाही को परास्त करने और संविधान की रक्षा के लिए हम एक साथ आए हैं। राजनीतिक फैसले होते ही रहते हैं। लेकिन इस समय जिन्हें जेल में डालना चाहिए, ऐसे लोगों को साथ लिया जा रहा है, यही मोदी की गारंटी है। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने भाजपा पर किया। इस बीच उन्होंने भाजपा की जमकर खबर भी ली।
उल्लेखनीय है कि शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे, राकांपा शरदचंद्र पवार पार्टी अध्यक्ष शरद पवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, नाना पटोले, बालासाहेब थोरात पहले ही कह चुके हैं कि यदि २०२४ में कोई बदलाव नहीं हुआ तो यह आखिरी चुनाव होगा और देश में तानाशाही की शुरुआत हो जाएगी। इन चेतावनियों की याद दिलाते हुए संजय राऊत ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर भी लोगों के सामने यही स्थिति रख रहे हैं। महाविकास आघाड़ी और वंचित बहुजन आघाड़ी के कार्यकर्ता मिलकर काम कर रहे हैं।
मोदी से लेकर फडणवीस तक सब झूठे हैं!
सांसद संजय राऊत ने कहा कि बारामती में आयोजित ‘नमो महारोजगार मेला’ की स्तुति करने का सवाल ही नहीं उठता। सरकार राज्य की होती है, किसी पार्टी की नहीं। मोदी ने हर साल दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन आज तक वे अपने वादे को पूरा नहीं कर पाए हैं। आज देश में बेरोजगारी की समस्या गंभीर है। इसलिए रोजगार मुहैया कराना केंद्र और सरकार की जिम्मेदारी है। फडणवीस कुछ भी बोलते हैं। उन्हें महत्व देने की जरूरत नहीं है। मोदी से लेकर फडणवीस तक हर कोई पूरी तरह झूठा है।
कृपाशंकर तंत्र के हैं १९५ लोगों में से ७० लोग
देवेंद्र फडणवीस ने कृपाशंकर सिंह, अजीत पवार, अशोक चव्हाण को जेल में भेजने की घोषणा की थी। लेकिन वित्तीय संबंध के आरोपों में कृपाशंकर सिंह को क्लीन चिट देने का काम भी फडणवीस ने किया। कृपाशंकर सिंह के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति और गलत तरीके से कमाई गई संपत्ति जैसे मामलों में ईडी, सीबीआई ने मामला दर्ज किया था। फडणवीस जब गृहमंत्री थे तो उन्होंने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया था। उस वक्त फडणवीस कृपाशंकर को जेल भेजना चाहते थे। हालांकि, उन्हें जेल भेजने की बजाय वाराणसी से सटे जिले जौनपुर से टिकट दे दिया गया है। इसी तरह शिखर बैंक घोटाले में अजीत पवार को क्लीन चिट दे दी गई। मोदी और फडणवीस ने दावा किया कि यह घोटाला ४० हजार करोड़ रुपए का है। अशोक चव्हाण को जेल में डाला जाना था, उन्हें राज्यसभा ले जाया गया, ये मोदी की गारंटी है। अब १९५ लोगों में से ७० लोग कृपाशंकर तंत्र के हैं। बाकी सूची में भी जो मूल रूप से कांग्रेस, राकांपा, शिवसेना से ताल्लुक रखते हैं, ऐसे ही लोगों के होने की संभावना है।