मुख्यपृष्ठसंपादकीयआज ढोंग और फरेब की हार...गंगा शुद्ध होंगी!

आज ढोंग और फरेब की हार…गंगा शुद्ध होंगी!

नरेंद्र मोदी और उनकी भाजपा की केमिस्ट्री अजीब है। लोकसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित होंगे। आज शाम मोदी ‘भूतपूर्व’ बन जाएंगे, लेकिन इस भूतपूर्व ने केंद्र में तीसरे कार्यकाल की तैयारी शुरू कर दी है। आश्चर्य की बात यह है कि अगर केंद्र में तीसरी बार सत्ता आती है तो पहले १०० काम कौन-कौन से किए जाने चाहिए इस मुद्दे पर मोदी द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक किए जाने की खबर है। देश के कुछ हिस्सों में गर्मी कहर बरपा रही है, लू चल रही है। मॉनसून की तैयारियों, चक्रवात रेमल प्रभावित राज्य तक सहायता पहुंच रही है या नहीं, इस पर चर्चा करते हुए मोदी की तस्वीरें जानबूझकर जारी की गई हैं। यह भी समाचार जारी किया गया कि १०० दिवसीय कार्य नीतियों को लागू करने के लिए दस समूह बनाए गए हैं। लोकसभा के नतीजे घोषित होने हैं और कल आए ‘एग्जिट पोल’ के आधार पर मोदी तीसरी बार सत्ता में आने का सपना देख रहे हैं। एग्जिट पोल के आंकड़ों में भाजपा की घुड़दौड़ दिखाते ही सोमवार को गुजराती व्यापारियों के शेयर बाजार में तेजी आई और एक खास समूह को करोड़ों रुपए का फायदा हुआ। एग्जिट पोल के आंकड़े चाहे जो भी हों, हकीकत तो यही है कि ४ जून को देश में तानाशाही की हार हो रही है। फर्जी एग्जिट पोल लोकतंत्र में सबसे बड़ा घोटाला है। आज इन घोटालेबाजों की पराजय होगी और भारत माता लोकतंत्र के स्वर्णिम रथ पर बैठकर दिल्ली की ओर प्रस्थान करेंगी। पिछले दस वर्षों में भारत में लोकतंत्र का इतना पतन हुआ है कि भारत माता की गर्दन शर्म से झुक गई है। फिर से तानाशाह का पराभाव हो भी जाता है, तब भी मोदी-शाह के रजाकारी संगठन सीधी तरह से सत्ता छोड़ देंगे क्या? लोकतंत्र का सम्मान करते हुए क्या परिवर्तन होने देंगे? या फिर हारते ही संसद के दरवाजे भीतर से बंद कर खुद को भीतर रखेंगे? ऐसे भी सवाल हैं। अगर ये लोग हार भी गए तो भी उनकी पूरी कोशिश होगी की सत्ता न छूटे। इसलिए मतगणना केंद्रों के अंदर और बाहर सभी को सचेत रहना चाहिए। कम से कम दो सौ निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव आयोग, प्रशासन, पुलिस व्यवस्था, मतदान केंद्र के अधिकारियों को कब्जे में लेकर फैसले में हेर-फेर करने की साजिश रची गई है और यह खुलासा हुआ है कि अमित शाह इस साजिश के मास्टरमाइंड हैं। ४ जून के बाद शाह-मोदी पर सत्ता के दुरुपयोग का मुकदमा चल सकता है। लोकतंत्र के हत्यारे ४ जून के बाद देश में सिर उठाकर नहीं घूम सकेंगे। लोकतंत्र में जनता की राय को स्वीकार करना पड़ता है, लेकिन आज के शासक ‘जनता की राय’ के बहाने नतीजों की खरीद-फरोख्त कर रहे हैं। जनमत की बात मानने का मतलब मोदी-शाह की एकतरफा तानाशाही, दादागीरी और पार्टियों की तोड़-फोड़ को स्वीकार करना है? जनता की राय साफ तौर पर मोदी सरकार के खिलाफ दिख रही है। जिसे आप राजनीतिक भाषा में ‘अंडरकरंट’ कहते हैं। ये करंट भाजपा के खिलाफ भड़क रहा है। जब यह तस्वीर पूरे देश में है तो यह राय दिखाना कि मोदी ४०० सीटें जीतेंगे, जनता को धोखा देना है और लोकतंत्र के प्रति बेईमानी है। मोदी ने जनता और देश को धोखा दिया। यह उस धोखाधड़ी का ‘ऑडिट’ करने का वक्त और जगह नहीं है। जो लोग यह सोचते हैं कि लोगों ने मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए वोट दिया, वे भांग के नशे में होंगे। मोदी की धोखाधड़ी के धंधे को हमेशा के लिए बंद करने के लिए लोग मतदान केंद्र पर लाइन में लगे और इसका नतीजा आज आएगा। मोदी ने शेखी बघारते हुए कहा कि भारत के भाग्यविधाता सिर्फ वे ही हैं। यह झूठ निकला। भारत का भविष्य उज्ज्वल है और वह भविष्य १४० करोड़ लोगों के हाथों में सुरक्षित है। २०२४ का चुनाव ही महाभारत है। महाभारत में हम क्या देखते हैं? भरे दरबार में द्रौपदी का अपमान हो रहा था। सभी दरबारी और भीष्म, द्रोण जैसे सज्जन उस दृश्य को सहन कर रहे थे। महाभारत के भाग्य विधाता ने द्रौपदी के लिए वस्त्र उपलब्ध कराए थे। इसीलिए हम कह रहे हैं कि जनता ही देश की भाग्य विधाता है। जब देश महंगाई, सूखा, बेरोजगारी, चीन की घुसपैठ जैसी समस्याओं से जूझ रहा है तो प्रधानमंत्री पद पर बैठा व्यक्ति ३६५ दिनों तक प्रचार, दिखावा और कीचड़ उछालने में मस्त रहता है। वह धर्म, जाति पर भड़काऊ बयान देते हैं और पाखंड की पराकाष्ठा यह है कि खुद के मानव नहीं बल्कि देव होने की घोषणा कर २५ वैâमरों के साथ ध्यान करने का नाटक करते हैं। वह गंगा पुत्र होने का दिखावा करते हैं, लेकिन कोरोना काल में गंगा में जिस तरह लाशें बह गईं उसी तरह उनकी सत्ता गंगा में बेजान लाशों के रूप में बहती नजर आएगी। ४ जून के नतीजों के बाद गंगामाई शुद्ध होंगी, पवित्र होंगी। दस साल का पाप लेकर प्रवाहित होगी। उसी प्रवाह से जनमत का सच्चा कौल बाहर निकलेगा। ‘मोदी’ नाम का ढोंग हमेशा के लिए गंगा की गहराई में चला जाएगा, लोकतंत्र की ही जीत होगी!

अन्य समाचार