आंदोलन कर मनपा से की जल्द शुरू करने की मांग
सामना संवाददाता / मुंबई
वर्ली में महात्मा फुले नगर के झोपड़पट्टी वासियों ने सार्वजनिक शौचालय की मांग को लेकर आंदोलन किया। दिलचस्प बात यह है कि यह झोपड़पट्टी कोस्टल रोड से सटी हुई है। एक ओर मनपा की ओर से करोड़ों रुपए खर्च कर कोस्टल रोड बनकर तैयार हो रहा है, वहीं दूसरी ओर उससे सटे झोपड़पट्टीवासियों के लिए निर्माण किया जा रहा शौचालय एक साल से पूरा नहीं हो सका है। ऐसे में स्थानीय जनता ने मांग की है कि मनपा प्रशासन द्वारा इसे जल्द से जल्द शुरू किया जाए।
वर्ली के महात्मा फुले नगर की झोपड़पट्टी में लगभग बारह सौ परिवार रहते हैं। इस इलाके में शौचालय का निर्माण कार्य एक साल पहले मुंबई मनपा ने रोक दिया। मनपा ने यहां के निवासियों के लिए एक अस्थायी मोबाइल शौचालय प्रदान किया है। हालांकि, इस शौचालय की न तो सफाई की जाती है और न ही इसमें पानी की कोई सुविधा ही है। शौचालय का क्षेत्र भी गंदा है। इसलिए इस इलाके में बीमारी पैâलने का डर है। इस स्थिति से तंग आकर स्थानीय निवासियों ने रविवार को इलाके में मोर्चा निकालकर मनपा को चेतावनी दी। लेकिन पुलिस ने जब इसकी अनुमति नहीं दी तो नागरिकों ने थाने में ज्ञापन देकर आंदोलन की चेतावनी दी। इस क्षेत्र की महिलाओं की मांग है कि इस शौचालय का काम तीन दिन के अंदर शुरू किया जाए और एक महीने के अंदर शौचालय का काम पूरा किया जाए।
ठेकेदार काम में
कर रहे देरी
इस वर्ष और शौचालय बनाने का निर्णय लिया गया। म्हाडा के शौचालयों को भी अपने कब्जे में लेकर उसका पुनर्निर्माण किया जाएगा। एक मंजिला शौचालयों का भी पुनर्निर्माण किया जाएगा और उनके स्थान पर दो मंजिला शौचालय बनाए जाएंगे। कुछ जगहों पर नए शौचालय बनने जा रहे हैं। इसके लिए पहले चरण में ५५९ शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। इस तरह पूरी मुंबई में कुल १४,१६६ नए शौचालयों का निर्माण किया जाएगा। हालांकि, कुछ स्थानों पर ठेकेदार शौचालयों के निर्माण में देरी कर रहे हैं। इसके कारण निवासियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।