-टीजर रिलीज, गाते-बजाते, गुलाल उड़ाते आएं
-शिवसेना का आह्वान
सामना संवाददाता / मुंबई
एक पक्ष…एक विचार…एक मैदान की परंपरा को बनाए रखते हुए इस बार भी शिवसेना का दशहरा सम्मेलन शिवतीर्थ पर बड़े ही उल्हास के साथ आयोजित किया जा रहा है। दशहरा सम्मेलन की जोरदार तैयारी भी चल रही है। आगामी विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि पर शिवसेना के दशहरा सम्मेलन को एक अलग ही महत्व प्राप्त हुआ है। केंद्र और राज्य सरकार की लूटपाट और बड़बोलेपन वाली प्रवृत्ति के चलते महाराष्ट्र धर्म संकट में फंस गया है। इसकी रक्षा के लिए शिवसेना की मशाल धधकेगी। इसी के साथ ही दशहरा सम्मेलन में महाराष्ट्र द्रोहियों पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की तोप भी चलेगी।
शिवसेना के दशहरा सम्मेलन का एक इतिहास है। पिछले पांच दशकों से भी अधिक समय से शिवतीर्थ पर दशहरा सम्मेलन हो रहा है। हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने दशहरा सम्मेलन के माध्यम से विचारों का सोना शिवसैनिकों को दिया और शिवसेना को एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंचा दिया। तीखे बाणों की वह परंपरा आगे ले जाते हुए शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना को और अधिक ताकत दी है।
दशहरा सम्मेलन का पहला टीजर शिवसेना के माध्यम से हाल ही में रिलीज किया गया है। ‘महाराष्ट्र हितों के लिए विजयादशमी को शिवतीर्थ पर शिवगर्जना गूंजने वाली है। महाराष्ट्र की रक्षा के लिए निष्ठावानों की ताकत जुटनेवाली है। महाराष्ट्र द्रोहियों को भस्म करने के लिए शिवसेना की मशाल धधकेगी। इस तरह के बोल टीजर में शामिल किए गए हैं। मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति, केंद्र में भाजपा की सरकार और राज्य में ‘घाती’ सरकार के भ्रष्ट कारभार के खिलाफ पैदा हुए गुस्से की पृष्ठभूमि पर उद्धव ठाकरे इस दशहरा सम्मेलन में महाराष्ट्र और शिवसैनिकों को क्या संदेश देंगे, इस पर पूरे देश की उत्सुकता बनी हुई है। इसके लिए गाते-बजाते, गुलाल उड़ाते हुए सम्मेलन में आएं, इस तरह का आह्वान भी शिवसेना की तरफ से टीजर में किया गया है।