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मनपा के तीन भूखंड बेचने निकले हैं गद्दार! … आदित्य ठाकरे का जबरदस्त हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई में १०८० एकड़ भूमि अडानी की झोली में डालने के बाद शिंदे मनपा के तीन खुले भूखंडों को बेचने निकले हैं। ये भूखंड भी अडानी और निजी बिल्डरों की झोली में डालने की कांट्रेक्टर मंत्री (सीएम) एकनाथ शिंदे की साजिश है, इस तरह का जबरदस्त हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने किया है। आदित्य ठाकरे ने कल ‘मातोश्री’ निवास स्थान पर पत्रकार परिषद में घाती सरकार की मुंबई लूटने की साजिश का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और शिवसेना ने मुंबई मनपा कर वित्तीय गणित सुधार दिया था। स्कूल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मेडिकल कॉलेज जैसी सुख सुविधाएं देते समय कभी भी मुंबईकरों पर टैक्स नहीं लगाया गया था। शिवसेना जिस समय मनपा में सत्तासीन थी उस समय ९२ हजार करोड़ फिक्स डिपॉजिट बढ़ गया था। लेकिन घाती सरकार के शासन में सड़क घोटालों समेत कई घोटाले करते हुए मनपा के हजारों करोड़ रुपए लूटे गए हैं।

मनपा के घाटे में होने का हवाला देते हुए, प्रशासक के जरिए मुंबई के तीन खाली भूखंडों को घाती सरकार बेचने के लिए निकली है। शिंदे कोली बंधु जहां मछली बेचते हैं, उस क्राफर्ड मार्वेâट के पास छत्रपति शिवाजी महाराज मंडई की जमीन की नीलामी करने जा रहे हैं। वर्ली और मलबार हिल स्थित बेस्ट के पावर स्टेशन व वर्ली में अस्फाल्ट प्लांट भूखंडों की बिक्री के लिए निविदा निकाली गई है। भाजपा सांसद पीयूष गोयल जब चुनाव प्रचार कर रहे थे, तब उनसे मछली की गंध बर्दाश्त नहीं हुई और उन्होंने अपनी नाक पर रूमाल रख लिया। इसलिए शिंदे सरकार अब मछली बेचने वालों की जगह बेच रही है। वर्ली में भूखंड पर सरकारी कर्मचारियों के लिए प्लॉट तैयार कर देना चाहिए। लेकिन अब इस जगह को भी सरकार नीलाम करने जा रही है। कुछ दिनों बाद शिंदे और भाजपा सरकार शहीद स्मारक की भी नीलामी करेगी। आदित्य ठाकरे ने कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तो हम इस नीलामी को रोकेंगे और इस नीलामी की जांच भी कराएंगे। मनपा में कोई नगरसेवक नहीं है। फिर नीलामी का अधिकार किसने दिया? आदित्य ठाकरे ने हमला करते हुए कहा कि इसका एक ही जवाब है असंवैधानिक सरकार और ठेकेदार मंत्री एकनाथ शिंदे।
मुंबई मनपा के फिक्स डिपॉजिट का पैसा मुंबई के विकास के लिए लगाया गया। शिंदे और भाजपा सरकार का वित्तीय नियोजन नोटबंदी जैसा है। पीएम केयर फंड की तरह इन्होंने नियोजन नहीं किया था। कुछ दिनों में ये लोग कोलीवाड़ा में घुस जाएंगे और कोलीवाड़ा का क्लस्टर करके पसंदीदा बिल्डर की झोली में डाल देंगे। आदित्य ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था की स्थिति इतनी कभी नहीं गिरी थी। लिंचिंग जैसी संस्कृति भाजपा की है। आज महाराष्ट्र में जो कानून व्यवस्था बिगड़ी हुई है उसके लिए एक ही व्यक्ति एकनाथ शिंदे ही जिम्मेदार हैं। अडानी पर टिप्पणी करते हैं तो भाजपा बचाव के लिए क्यों दौड़ती है। अडानी और भाजपा के बीच कुछ निवेश है क्या? इस तरह का सवाल भी आदित्य ठाकरे ने उठाया।
आदित्य ठाकरे ने कहा कि धारावी और मुंबई के भूखंड को बेचने का मुद्दा हमारे लिए चुनाव का मुद्दा नहीं है। यह मुंबई के स्वाभिमान का मुद्दा है। इस मुंबई को हम लूटने नहीं देंगे। इसका हमने निश्चय किया है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमारा अडानी से विरोध नहीं है लेकिन ठेके के बाहर जाकर अनियमतिता और अनधिकृत चीजें हो रही हैं, उनके लिए हमारा विरोध है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जब हमारी सरकार आएगी तब उस ठेके पर पुनर्विचार करेंगे और जरूरत पड़ी तो रद्द करेंगे।

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