सामना संवाददाता / रांची
पूरे देश में सायबर ठगी का बीजारोपण करने वाले झारखंड प्रदेश के जामताड़ा के नाम से पूरे भारत के लोग वाफिक हैं। डिजिटल दुनिया के आगाज होते ही बेरोजगार युवाओं द्वारा इसी जामताड़ा में सायबर अपराध का कारनामा शुरू है। इसी जामताड़ा के सायबर अपराध पर वेब सीरीज भी बनी है। हालांकि, पुलिस प्रशासन के सख्ती के बाबजूद यहां के सायबर अपराधी दूसरे के बैंक एकाउंट से पैसे निकालने से बाज नहीं आ रहे हैं। जामताड़ा पुलिस ने तीन अंतर्राज्यीय सायबर अपराधियों को शिकंजे में लिया है।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक जामताड़ा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस उपाधीक्षक चंद्र शेखर के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा बिंदापाथर थानांतर्गत ग्राम आमझरिया स्थित जंगल में छापामारी कर सायबर अपराध करते हुए तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इसमें मुरतेजीम अंसारी, जैनुल अंसारी, लालु अंसारी तीनों ग्राम खैरा, थाना बिंदापाथर, जिला जामताडा को छह फर्जी मोबाइल, नौ सिम के साथ पकड़ा गया। इस संबंध में इनके खिलाफ जामताडा सायबर अपराध थाना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के मैजिक पीन ऐप से फोन पे में २,००० रुपए का क्रैश बरामद किया है।
पकड़े गए अपराधियों ने पुलिस के समक्ष कहा कि पहले आम लोगों को बैंक का मैसेज भेजते हैं तथा ग्राहक को एक्सेप्ट करने के लिए बोलते हैं। जैसे ही ग्राहक के द्वारा एक्सेप्ट किया जाता है तो इन लोगों का मैजिक पीन ऐप में पैसा आ जाता है। गिरफ्तार इन तीनों सायबर अपराधियों ने बताया कि बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और कर्नाटक के लोगों को झांसें में लेकर उनका बैंक एकाउंट खाली कर देते थे। गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया है।