-भाजपा के कई पदाधिकारियों ने दिया पद से इस्तीफा गीता जैन की
– दावेदारी से भाजपा का समीकरण बिगड़ा
– भाजपा के कई पदाधिकारियों ने दिया पद से इस्तीफा
प्रेम यादव / भायंदर
मीरा-भायंदर की १४५ विधानसभा सीट पर इस बार एक तगड़ी त्रिकोणीय लड़ाई का मैदान बनी हुई है, जिससे भाजपा का सिरदर्द बढ़ गया है। तीनों उम्मीदवारों के प्रचार और रैलियों ने इस चुनावी जंग को सत्ताधारियों के लिए बेहद कठिन बना दिया है।
इस चुनाव में विद्यमान विधायक एवं निर्दलीय उम्मीदवार गीता जैन ‘बल्लेबाज’ चुनाव चिह्न के साथ फिर से मैदान में उतरी हैं जिससे भाजपा के लिए चुनौती खड़ी हो गई है। भाजपा का टिकट न मिलने से जैन बुरी तरह से नाराज हैं। भाजपा के कई पदाधिकारियों, पूर्व नगरसेवकों और समर्पित कार्यकर्ताओं ने जैन के समर्थन में इस्तीफा देकर पार्टी का अंदरूनी कलह उजागर कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी ये कार्यकर्ता खुलकर जैन का समर्थन कर रहे हैं, जिससे भाजपा का एक बड़ा तबका महायुति के खिलाफ असंतोष प्रकट कर रहा है।
भाजपा उम्मीदवार के लिए स्थिति मुश्किल बन चुकी है। उन पर लगे पुराने आरोपों और विवादों के चलते कई भाजपा कार्यकर्ताओं में उनके प्रति असहमति है, जिससे पार्टी के भीतर एक बड़ा गुट जैन की ओर झुकता नजर आ रहा है।
मुजफ्फर हुसैन का आक्रामक प्रचार
महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी मुजफ्फर हुसैन, अपनी साफ छवि और बेबाक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वे घर-घर जाकर अपनी सशक्त उपस्थिति बना रहे हैं और अपने विरोधियों पर तीखे हमले कर रहे हैं। मुजफ्फर ने धर्म की राजनीति का विरोध करते हुए अपने समर्थकों को सचेत किया है और सोशल मीडिया पर गलत पोस्ट करने वालों पर मामला भी दर्ज करवाया है। उन्हें अपने मजबूत वोट बैंक के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी समर्थन मिलता दिख रहा है।
त्रिकोणीय मुकाबले में कौन मारेगा बाजी?
इस त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपाइयों में असंतोष की स्थिति ने जैन के लिए बढ़त बढ़ा दी है। गीता जैन का निर्दलीय मैदान में उतरना इस चुनाव को रोमांचक बना रहा है। दूसरी ओर मुजफ्फर हुसैन के प्रति हिंदू मतदाताओं के बीच बढ़ती स्वीकार्यता उन्हें मजबूती दे रही है।