केंद सरकार देश में बेरोजगारी तो खत्म नहीं कर पाई, बल्कि लोगों को मौत के मुंह में भेज दिया। जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हुई तो भारत से कुछ लोगों को रूस नौकरी दिलाने के नाम पर धोखे से भेजा गया। वहां जाने के बाद भारतीयों को युद्ध में झोंक दिया गया। हाल ही में दो नागरिकों की मौत की खबर आई थी। इसके बाद भी केंद्र सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया और अब फिर दो भारतीयों की मौत की खबर आई है। बता दें कि भारत की तरफ से कहा गया है कि रूसी सेना की तरफ से भर्ती किए गए दो भारतीय नागरिक हाल में रूस-यूक्रेन युद्ध में मारे गए हैं, जिससे ऐसी मौतों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। अब जाकर नींद से जागे विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत ने रूस के साथ इस मामले को मजबूती से उठाया है और रूसी सेना में शामिल सभी भारतीय नागरिकों की जल्द वापसी की मांग की है। बयान में कहा गया है कि भारत ने मांग की है कि ‘रूसी सेना द्वारा भारतीय नागरिकों की किसी भी नई भर्ती पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए और ऐसी गतिविधियां हमारी साझेदारी के अनुरूप नहीं होंगी।’ विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हमें यह बताते हुए खेद है कि रूसी सेना द्वारा भर्ती किए गए दो भारतीय नागरिक हाल ही में रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष में मारे गए हैं।’