मुख्यपृष्ठनए समाचारमोदी सरकार का यू-टर्न पैटर्न ...लेटरल एंट्री, यूपीएस, वक्फ बोर्ड जैसे कई...

मोदी सरकार का यू-टर्न पैटर्न …लेटरल एंट्री, यूपीएस, वक्फ बोर्ड जैसे कई फैसले फेल

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
इस बार लोकसभा चुनाव में दो बैसाखी पर कड़ी हुई मोदी सरकार ०३ में पीएम मोदी को पैâसले लेने में पसीने आ रहे हैं। कई मुद्दों पर वे आगे तो बढ़ते हैं, लेकिन पीछे से सहयोग नहीं मिलने के डर से वे अपने फैसले पर अडिग नहीं हो पा रहे हैं। नतीजतन कई महत्वपूर्ण मामलों में सरकार ने यू टर्न लिया है, जिसे देखते हुए अब लोग इस सरकार को यू-टर्न सरकार के नाम से भी जानने लगे हैं।
दरअसल, मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल में लेटरल एंट्री, यूपीएस, वक्फ बोर्ड जैसे कई नीतिगत निर्णय लिए हैं, जिनका व्यापक विरोध किया गया और इस विरोध के कारण सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव करना पड़ा। यही कारण है कि लोगों का मानना है कि मोदी सरकार यू टर्न सरकार बनती जा रही है और अपने पैâसलों पर अडिग नहीं रह पा रही है। लेटरल एंट्री को लेकर यूपीएससी का विज्ञापन आने के बाद विपक्षी पार्टियों ने जमकर मोदी सरकार और उनकी इस स्कीम पर निशाना साधा था, वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार के सहयोगी दलों ने भी इस तरह की सीधी भर्ती का विरोध किया था।

जाना है या ठुकराना है?
मोदी को पाकिस्तान ने बुलाया है!
प्रधानमंत्री को ‘एससीओ’ का आया न्योता
सामना संवाददाता / मुंबई
इस साल अक्टूबर में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक की मेजबानी पाकिस्तान करने जा रहा है। पाकिस्तान विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलूच ने गुरुवार को बताया कि १५-१६ अक्टूबर को होनेवाले शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कई देशों को निमंत्रण भेजा जा चुका है। यह निमंत्रण भारत को भी भेजा गया है। पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्ते पिछले कई सालों से खराब चल रहे हैं। सीमा पर आतंकी घटना के चलते भारत कई मामलों में रिश्ते पाकिस्तान से खत्म कर चुका है। ऐसे में पाकिस्तान से मिले न्यौते को लेकर मोदी सरकार असमंजस में है। पाकिस्तान के न्यौते पर जाना है या नहीं जाना है, यही मोदी सकरार तय नहीं कर पा रही है। पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, मुमताज जहरा बलूच ने बताया कि शंघाई सहयोग संगठन बैठक के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी निमंत्रण भेजा गया है।

अन्य समाचार