१६६ लोगों की यूपी में गई जान
३२ लोगों की बिहार में हुई मौत
सामना संवाददाता / मुंबई
दो दिन पहले राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मुंगेशपुरी में तापमान ५२.९ डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। तब दिल्ली समेत पूरे देश में खलबली मच गई थी। इसके साथ ही तापमान का सर्वाधिक रिकॉर्ड दर्ज किया गया था। लेकिन अब महाराष्ट्र के नागपुर ने दिल्ली को पीछे छोड़ दिया है। यहां ५६ डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया है। अप्रत्याशित तरीके से तापमान में बढ़ोतरी से नागपुर आग की भट्टी में तब्दील होने की खबर पैâलते ही नागपुरकरों में खलबली मच गई। नागपुर में चढ़ते पारे ने स्थानीय लोगों को बेचैन कर दिया है, वहीं गर्मी और लू की चपेट में आने से दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में सैकड़ों लोगों को जान गंवानी पड़ी है।
आईएमडी की मानें तो नागपुर आग की भट्टी बन गया है। ऐसा लग रहा है जैसे नागपुर अब आगपुर हो गया हो। यहां आसमान से आग की बारिश हो रही है। जब ३० मई को पारा ५० पार गया तो लोगों को विश्वास ही नहीं हो रहा था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नागपुर में आईएमडी ने चार ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) लगाए हैं। इनमें से दो स्टेशनों पर गुरुवार यानी ३० मई को अधिकतम तापमान ५० डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया। नागपुर के उत्तरी अंबाझरी रोड से दूर रामदासपेठ में पीडीकेवी के २४ हेक्टेयर खुले कृषि क्षेत्र वाले खेत के बीच में नागपुर ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन (एडब्ल्यूएस) ने ५६ डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया। इस बीच मौसम विभाग के सूत्र ने बताया कि गुरुवार को एक सेंसर में खराबी आ गई थी, इसलिए तापमान गलत दर्ज किया गया। वहीं बिहार में लू लगने से ३२ लोगों की मौत हुई, जिनमें से १७ औरंगाबाद में, छह आरा में, तीन-तीन गया और रोहतास में, दो बक्सर में और एक पटना में मौत हुई है। ओडिशा के राउरकेला में १० लोगों की मौत हुई।
झारखंड के पलामू और राजस्थान में पांच-पांच लोगों की मौत हुई।
सोनभद्र में बेहोश हुए मतदानकर्मी
मुसीबत सरकारी कर्मचारियों की भी है, जिनकी चुनाव में ड्यूटी लगी है। सोनभद्र में तो आधा दर्जन मतदान कर्मी ही बेहोश हो गए। कुछ की हालत तो गंभीर बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, सोनभद्र के लोढ़ी स्थित पालेटेक्निक कालेज में पोलिंग पार्टी रवानगी स्थल बनाया गया है। यहां पोलिंग पार्टी में जा रहे कार्मिक रवानगी स्थल पर ही बेहोश हो गए। इन मतदान कर्मियों की चुनाव में ड्यूटी लगार्इं गई थी। बताया जा रहा है कि इनमें एक कार्मिक की हालत गंभीर है, जिसे आईसीयू में भर्ती कराया गया है। वहीं, तीन अन्य मतदान कर्मियों को भी गंभीर हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया है। हालांकि इनके नाम अभी पता नहीं चल सके हैं, लेकिन इनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
काशी के महाश्मशान पर शवों की कतार
काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका घाट पर शवों की कतारें लग रही हैं। गुरुवार को यहां आम दिनों की अपेक्षा तीन गुना यानी ४०० से ज्यादा शव पहुंचे। डोमराज बोले की गर्मी के कारण संख्या बढ़ी है।
उत्तर प्रदेश में गर्मी अब जानलेवा हो चली है। लगातार रिकॉर्ड बनाते पारे और लू-लपट ने नौतपा के छठे दिन रिकॉर्ड १६६ लोगों की जान ले ली। ४८ डिग्री के साथ बुलंदशहर सबसे गर्म जिला रहा। दिन तो दिन, रातें भी खूब गर्मा रही हैं। बुंदेलखंड और सेंट्रल यूपी में गर्मी और लू से ४७ लोगों की मौत हो गई। वाराणसी और आसपास के जिलों में ७२ लोगों की जान चली गई। इनमें सेक्टर मजिस्ट्रेट, हेड कांस्टेबल, तीन रेलकर्मी, होमगार्ड और इंजीनियर भी शामिल हैं। प्रयागराज में ११, कौशांबी में नौ, प्रतापगढ़ में एक, गोरखपुर में एक बच्ची समेत तीन की मौत हो गई। अंबेडकरनगर में लू लगने से चार की मौत हुई है। श्रावस्ती व गोंडा में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। झांसी में भी लू लगने से छह लोगों की मौत हुई है। गाजियाबाद में एक नवजात समेत चार, आगरा में तीन, रामपुर, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और शाहजहांपुर में एक-एक की मौत हो गई।
बिजली कटौती पर बवाल
तपाने वाली गर्मी के बीच प्रदेश भर में हो रही बिजली कटौती से जगह-जगह बवाल हो रहे हैं। ओवरलोडिंग से हो रही बिजली कटौती और लोकल फॉल्टों से बढ़ रही बिजली किल्लत के चलते बृहस्पतिवार को लोगों का आक्रोश फूट पड़ा और लखनऊ, झांसी, लखीमपुरखीरी समेत कई जिलों में बबाल हआ। रायबरेली में व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। अयोध्या गोंडा में भी हंगामा हुआ।
महाराष्ट्र में हीट स्ट्रोक से दो की मौत
तीन महीनों में सामने आए २८१ केस
घाती नॉट रिचेबल, कृषि मंत्री मुंडे गायब
सामना सावंददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में चांदा से लेकर बांदा तक भीषण गर्मी पड़ रही है। विदर्भ में पारा इस कदर चढ़ा हुआ है कि यह लोगों को न केवल झुलसा रही है, बल्कि हीट स्ट्रोक से एक संदिग्ध समेत दो लोगों की मौत हुई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, इन दो मौतों के साथ ही पिछले तीन महीनों में कुल २८१ लोग लू के शिकार भी हुए हैं। इन घटनाओं को देखते हुए राज्य का स्वास्थ्य विभाग लोगों से हीट स्ट्रोक से बचने के लिए दी गई गाइड लाइन का पालन करने का आग्रह कर रहा है। इन घटनाओं के बाद भी घाती नॉट रिचेबल हैं, जबकि कृषि मंत्री मुंडे गायब बताए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि महाराष्ट्र समेत पूरे देश में सूरज आग उगल रहा है। लोग भीषण गर्मी से परेशान हैं। कई राज्यों में लू लोगों की जान भी ले रही है। इससे अब महाराष्ट्र भी अछूता नहीं रहा है। कल स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बताया गया कि प्रदेश में बुलढाना जिले में एक मौत हुई थी। हालांकि, मरीज कई बीमारियों से जूझ रहा था। दूसरी तरफ उसकी मौत के कई दिनों बाद शव बरामद हुआ था। ऐसे में शव बूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका था। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही व्यक्ति के मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। दूसरा मौत का मामला भंडारा जिले में सामने आया है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि जिले के भास्कर तरे २८ मई को खेत में भैंस को चरा रहे थे, उस समय उनकी मौत हो गई थी। हालांकि उनकी मौत को लेकर कल आए डेथ ऑडिट कमेटी की रिपोर्ट में लू से मौत होने की पुष्टि हुई है। बता दें कि मार्च से लेकर ३० मई तक हीट स्ट्रोक के कुल २८१ मामले दर्ज किए जा चुके हैं।
यहां सर्वाधिक मामले
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, सबसे ज्यादा २९ मामले नासिक में दर्ज किया गया है। इसके बाद कोल्हापुर में २८, बुलढाना में २३, धुले में २०, सोलापुर में १९, नागपुर, नांदेड़ में क्रमश: १७-१७, परभणी में १२, सिंधुदुर्ग-धाराशिव में १०-१०, जबकि अन्य जिलों में एक से आठ के बीच में हीट स्ट्रोक के मामले सामने आए हैं।