अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
उल्हासनगर शहर में स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय परिमंडल चार अपनी बदहाली को लेकर आंसू बहा रहा है। उल्हासनगर कैंप नंबर तीन स्थित एक बैरक में बने इस पुलिस उपायुक्त कार्यालय पर उल्हासनगर सहित अंबरनाथ, बदलापुर के आठ पुलिस स्टेशनों की जिम्मेदारी है। उपायुक्त कार्यालय के अलावा नियंत्रण कक्ष, महिला शिकायत निवारण विभाग, मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन, बिनतार विभाग जैसे कई विभाग कार्यरत हैं, इमारत की छत से बरसात के पानी का रिसाव होने के कारण कागजात खराब हो रहे हैं। साथ ही पुलिस कर्मचारियों, अधिकारियों को काफी परेशानी हो रही है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फंड देने का एलान तो करते हैं लेकिन आज तक फंड पास नहीं हुआ। इमारत के कभी भी धराशायी होने का डर बना रहता है। एक पुलिस जवान ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि हम क्या कर सकते हैं? नौकरी है। सरकारी इमारत है, इसे बनाना सरकार का काम है। नहीं तो इसी तरह से प्लास्टिक की तालपत्री बांधकर काम चलाना पड़ेगा।