जयपुर। केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला के बयान पर राजपूत समाज में नाराजगी के मुद्दे पर बीजेपी में डैमेज कंट्रोल की कोशिश की जा रही है। इस बीच, हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए पूर्व सांसद वरिष्ठ नेता मानवेंद्र सिंह ने पुरुषोत्तम रूपाला के बयान को गलत बताते हुए उन्हें माफी मांगने को कहा है। मानवेंद्र सिंह सिंह के इस बयान को सियासी हलकों में काफी अहम माना जा रहा है।
मीडिया से बातचीत में मानवेंद्र सिंह ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में व्यक्ति चाहे किसी पद पर हो, किसी जगह पर हो, उस व्यक्ति को किसी भी समाज पर ऐसी टिप्पणी करना शोभा नहीं देता। इतने सीनियर केंद्रीय मंत्री रहकर रूपाला के मुंह से ऐसी बात निकली है। मुझे बड़ा दुख और आश्चर्य हुआ कि इतनी ढील कैसे हो गई? यह चैलेंज हम सबके लिए है कि हम अपनी जुबान पर लगाम रखें और देश में भाईचारे का वातावरण बनाने ऐसी बातें नहीं कहें।
मानवेंद्र सिंह ने कहा कि उनके बयान से लोगों में आक्रोश है और इस आक्रोश को शांत करना रूपाला की जिम्मेदारी है। उन्होंने जो कहा वो गलत है। वो इतने सीनियर व्यक्ति हैं पता नहीं उनके मन में क्या बात थी, ऐसी बात करने की आवश्यकता क्या थी? वो हमारे यहां सम्मेलन में आए थे, उस दिन बहुत अच्छा बोले थे। अब पता नहीं क्या हुआ, उनको स्पष्ट करना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
मानवेंद्र सिंह ने कहा कि राजस्थान के लोगों में नाराजगी है। स्वाभाविक है कि उनका बयान माहौल खराब कर रहा है। जिस व्यक्ति का बयान माहौल खराब करे उस व्यक्ति को ही सुधार करने के लिए आगे आना चाहिए। मैंने मुख्यमंत्री से बात की है। वो यह बात ऊपर तक पहुंचाएंगे। उनके पास स्टेट की जिम्मेदारी है और स्टेट में वातावरण को सुधारना है तो कुछ तो करेंगे।
पुरुषोत्तम रूपाला ने गुजरात में राजपूत राजाओं और अंग्रेजों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। इस बयान को लेकर देशभर में राजपूत संगठन विरोध जता रहे हैं। लोकसभा चुनावों के बीच दिए गए बयान से सियासी लामबंदी शुरू हो गई। गुजरात में राजपूत संगठनों ने बड़े विरोध प्रदर्शन किए और गिरफ्तारियां दी। सोशल मीडिया पर राजपूत समाज के लोग अब भी आक्रोश जता रहे हैं।
रूपाला के बयान से सियासी नुकसान होता देख बीजेपी ने डैमेज कंट्रोल शुरू किया है। बीजेपी के रणनीतिकारों के पास यह फीडबैक पहुंचा है कि रूपाला के बयान से राजपूत समाज का आक्रोश सियासी नुकसान कर सकता है। राजपूत समाज शुरू से बीजेपी का कमिटेड वोट बैंक रहा है, ऐसे में इस मुद्दे पर नाराजगी का असर लोकसभा चुनावों में हो सकता है। इस फीडबैक के बाद अब डैमेज कंट्रोल शुरू किया है। मानवेंद्र सिंह का बयान बाकी के बीजेपी नेताओं से अलग माना जा रहा है। अब तक बीजेपी के राजपूत नेता रूपाला का बचाव करते दिख रहे थे, लेकिन मानवेंद्र सिंह ने रूपाला के बयान को साफ शब्दों में गलत करार देकर माफी मांगने को कहा है।