मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
प्रदेश के मेरठ जिले के रहने वाले एक युवक को नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले में सऊदी में सजा-ए- मौत का फरमान जारी किया गया। नशीले पदार्थ की तस्करी के मामले में आरोपी सिद्ध होने के बाद सऊदी की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। वहीं इसकी जानकारी मेरठ पुलिस को भी दी गई है। युवक मेरठ जिले के मुंडाली के ग्राम रछोती का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार सऊदी अरब में मादक पदार्थ तस्करी के मामले में मेरठ के युवक को मौत की सजा सुनाई गई है। मेरठ जिले के मुंडाली ग्राम रछोती निवासी जैद (35) पुत्र जुबैर को सऊदी अरब की क्रिमिनल कोर्ट ने मादक पदार्थ की तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई है। जैद को जेद्दाह सेंट्रल जेल में 15 जनवरी 2023 को बंद किया करके रखा गया था। पुलिस के अनुसार, जैद पर 700 ग्राम मादक पदार्थ तस्करी करने का आरोपी है।
सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय ने इस मामले में मेरठ के एसएसपी को नोटिस जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि जैद के परिजन अगर उसकी पैरवी करना चाहते हैं, तो कोर्ट में संपर्क कर सकते हैं। इस संबंध में परिजनों को सूचना दे दी गई है। जैद के परिवार ने सऊदी अरब जाकर कोर्ट में अपील करने का निर्णय लिया है। जैद 2021 में सऊदी अरब में कार चालक की नौकरी करने गया था। परिजनों ने बताया कि उन्हें यह नहीं पता कि जैद मादक पदार्थ तस्करी में कैसे फंसा।पहले वह एक कंपनी में गाड़ी चला रहा था, लेकिन एक्सीडेंट के बाद कंपनी ने उस पर रिकवरी नोटिस जारी कर दिया। इसके बाद जैद ने एक पुलिस अधिकारी की निजी गाड़ी चलाना शुरू किया। इसी दौरान उस पर मादक पदार्थ रखने का आरोप लगा और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सऊदी अरब की कोर्ट ने जैद को मौत की सजा सुनाई है, लेकिन आंतरिक मंत्रालय से अनुमोदन की प्रक्रिया चल रही है। एसएसपी मेरठ द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि जैद के परिवार को 15 जनवरी 2025 तक अपना पक्ष रखने का अवसर दिया गया है। जैद के माता रिहाना और पिता जुबैर बेटे को मिली सजा से सदमे में हैं। सात भाइयों में जैद दूसरे नंबर पर है। उसके बड़े भाई नईम भी सऊदी अरब में कार चालक हैं। परिजनों ने कहा कि जैद ईमानदार और मेहनती था, लेकिन तस्करी के मामले में फंसे होने की खबर ने उन्हें तोड़ दिया है।
यूपी पुलिस का कहना है कि सऊदी अरब के कानूनों में दखल संभव नहीं है। पुलिस ने रिपोर्ट तैयार कर संबंधित अधिकारियों को भेज दी है। यह मेरठ के किसी युवक को सऊदी अरब में मिली पहली मौत की सजा है, जिसने सभी को झकझोर दिया है”।