राजन पारकर / मुंबई
‘ईडी’ सरकार के राज में सबसे बुरा हाल राज्य के गृह मंत्रालय का है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस खुद गृह मंत्रालय का प्रभार भी संभाल रहे हैं। राज्य चलाएं या सहयोगियों के नखरे सहें, इस चक्कर में सरकार का सबसे अहम हिस्सा गृह विभाग पर उनका ध्यान ही नहीं है। नतीजतन, पुलिस बेलगाम हो गई है और कानून-व्यवस्था संभालने की बजाय सट्टेबाजी जैसे गंभीर अपराध में खुद ही उलझ गई है। कल विधानमंडल में इसे लेकर खूब हंगामा मचा। एक पेन ड्राइव से सरकार हिल गई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने सदन में सट्टेबाजी के सिंडिकेट की पोल खोल दी।
‘लोटस २४’ से हो रही है सट्टेबाजी!
चैंपियंस ट्रॉफी के बाद आईपीएल में सटोरिये सक्रिय
मुंबई पुलिस और पाकिस्तानी सटोरियों के बीच एक सिंडिकेट है, जो
क्रिकेट सट्टेबाजी में सक्रिय है। यह आरोप लगने के बाद कल पूरे विधानमंडल में हंगामा मच गया। विधान परिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि मुंबई पुलिस के कुछ बड़े अधिकारियों की मदद से शहर में बड़े पैमाने पर क्रिकेट की सट्टेबाजी हो रही है। इस सट्टेबाजी में मेहुल जैन, कमलेश जैन और हिरेन जैन जैसे व्यक्तियों के नाम सामने आए हैं, जो पाकिस्तानी खिलाड़ियों के जरिए सट्टेबाजी चला रहे हैं। दानवे ने बताया कि हाल ही में संपन्न हुई चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान ‘लोटस २४’ नामक एक ऐप के माध्यम से बड़े स्तर पर सट्टेबाजी की गई। अब यही लोग मुंबई में आईपीएल के लिए सक्रिय हो गए हैं।
विधान परिषद में अंबादास दानवे ने सभापति राम शिंदे को एक पेनड्राइव सौंपी, जिसमें कथित तौर पर पाकिस्तानी सट्टेबाजों और मुंबई पुलिस के कुछ अधिकारियों के बीच बातचीत के सबूत हैं।
सट्टेबाजी के लिए खुली बैठकें
दानवे ने दावा किया कि इन सट्टेबाजों की पुलिस अधिकारियों से खुली बैठकें होती हैं और राज्य में यह गोरखधंधा खुलेआम फल-फूल रहा है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।