सामना संवाददाता / मुंबई
काइद-ए-कौमे मिल्लत, पीर-ए-तारीकत अल्लामा शाह सैयद अनवर अशरफ उर्फ मुसन्ना मियां की याद में 22वां सालाना उर्स शहीद-ए-राहे मदीना हर वर्ष आयोजित किया जाता है।
इस बार उर्स के मौके पर सांसद अरविंद सावंत, प्रो वर्षा गायकवाड, संजय पाटील, पूर्व मंत्री मोहम्मद आरिफ़ नसीम खान, छगन भुजबल, डॉ जितेंद्र आव्हाड, शिवसेना विधायक सचिन अहिर, अमीन पटेल, पंकज भुजबल, भाई जगताप, मनोज जामसूतकर, एड यूसुफ अब्राहनी, जीशान सिद्दीकी, आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली, डॉ माचिसवाला, प्रो अब्दुल कादर, इब्राहिम भाईजान, सईद नूरी, निजामुद्दीन राईन, हाजी अराफत शेख, वरिष्ठ पत्रकार अनुराग त्रिपाठी, अकरम खान, बाबू बत्तेली, अबु स्वालेह आदि उपस्थित थे।
मौलाना सैयद मोईनुद्दीन अशरफ के मार्गदर्शन में पिछले 22 वर्षों से ग्रँटरोड के बिलाल मस्जिद स्थित ईदगाह मैदान में यह उर्स शहीद-ए-राहे मदीना आयोजित किया जाता हैं। हर क्षेत्र से जुड़े सामाजिक सरोकार रखनेवाले मान्यवर न सिर्फ शामिल होते हैं बल्कि हजरत मोईन मियां द्वारा नशाखोरी के खिलाफ अभियान का हिस्सा बन जाते हैं।
इस उर्स की खासियत यह हैं कि हिंदुस्थान के कोने-कोने से सूफी संत शामिल होते हैं। महाराष्ट्र के तमाम राजनीतिक दल के नेता भी शिरकत करते हैं। मस्जिदों के इमाम और दरगाह के उत्तराधिकारी विशेष तौर पर सम्मिलित होते हैं। महाराष्ट्र पुलिस के तमाम आला अफसर उर्स में उपस्थिति दर्ज कराते हैं।