उत्तर प्रदेश का हेल्थ सिस्टम इन दिनों वाकई अंधेरे में है। इसका ताजा उदाहरण हाल ही में आंबेडकरनगर में देखने को मिला। दरअसल, यहां के सरकारी अस्पताल में नसबंदी करने आई महिलाओं को अव्यवस्थाओं का सामना करना पड़ा। लाइट न होने पर मोबाइल टॉर्च की रोशनी में उनकी नसबंदी कर दी गई। इसे लेकर महिलाओं ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया।
मामला जिले के सामुदायिक स्वास्थ केंद्र टांडा का है। बताया जा रहा है कि बुधवार को यहां पर आठ महिलाओं की नसबंदी होनी थी। ये महिलाएं सुबह ही अस्पताल में आ गर्इं। काफी देर बाद इनमें से पांच महिलाओं की नसबंदी हुई और तीन को वापस कर दिया गया। नसबंदी कराकर बाहर निकली महिलाओं ने अस्पताल में अव्यवस्थाओं को लेकर बवाल काट दिया। महिलाओं के हंगामे का वीडियो बना कर किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। नसबंदी कराने आई महिलाओं का आरोप है कि अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। यहां न तो लाइट और न ही जनरेटर की सुविधा है। उनका आरोप है कि काफी देर तक इंतजार करने के बाद डॉक्टर ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में ही उनकी नसबंदी कर डाली।