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मुख्यमंत्री की झूठी योजना के शिकार …२०० युवा तीन महीने से कर रहे मुफ्त काम

नागमणि पांडेय / मुंबई
राज्य के युवा मिंधे सरकार के मुख्यमंत्री की झूठी योजना का शिकार हो गए हैं, जिसके कारण २०० युवा पिछले तीन महीने से बिना वेतन के काम करने को मजबूर हैं। युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के तहत युवाओं को तीन महीने से वेतन न मिलने के कारण युवाओं में नाराजगी देखने को मिल रही है।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा मुख्यमंत्री युवा कार्य प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत १२वीं पास बेरोजगार युवाओं को रु. ६०००, आईटीआई / डिप्लोमा पास बेरोजगार युवाओं को रु.८००० और स्नातक बेरोजगार युवाओं को रु.१०,००० का स्टाइपेंड देने की घोषणा की गई थी। इस योजना के तहत नई मुंबई महानगर पालिका में २०० युवाओं को प्रशिक्षण में शामिल किया गया, लेकिन तीन महीने बीतने के बाद भी इन युवाओं को वेतन नहीं मिला है, जिससे युवाओं में नाराजगी है और वे शिंदे गुट और भाजपा नेताओं के प्रति रोष प्रकट कर रहे हैं। युवासेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पदाधिकारी निखिल रतन मांडवे ने जानकारी देते हुए कहा कि योजना शुरू हुए दो महीने हो गए हैं, फिर भी युवाओं को सरकार द्वारा घोषित स्टाइपेंड नहीं मिला, जो कि छात्रों के साथ एक बड़ा अन्याय है। इस संबंध में नई मुंबई मनपा आयुक्त को पत्र लिखकर युवाओं को स्टाइपेंड देने की मांग की गई है। युवासेना के पदाधिकारी निखिल रतन मांडवे ने बताया कि इन युवकों को बकाया स्टाइपेंड नहीं मिला, तो इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।

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