दीपक तिवारी / भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से सटे जिला विदिशा की जिला पंचायत चार महीने से आईएएस रैंक के सीईओ से विहीन है। केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान के संसदीय क्षेत्र विदिशा की जिला पंचायत में अब तक मुख्य कार्यपालन अधिकारी की पदस्थापना ना होना आश्चर्य का विषय है। इसको लेकर राजनीतिक हल्कों में तरह-तरह की चर्चाओं का दौर चल रहा है।
जिला पंचायत विदिशा के तत्कालीन सीईओ आईएएस डॉ योगेश भरसट का तबादला भोपाल होने पर उन्हें इसी साल 23 अगस्त को रिलीव कर दिया गया था। उसके बाद से आज तक सीईओ की पोस्टिंग नहीं हो पाई। ऐसे में अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी को प्रभार देकर सीईओ जिला पंचायत की कमान सौंपी गई है।
याद रहे कि विदिशा जिला पंचायत में लगभग 550 ग्राम पंचायत और डेढ़ हजार से अधिक गांव आते हैं। इन गांवों में ग्राम पंचायतों के माध्यम से केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण योजनाएं गांव के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाना जिला पंचायत का काम है। पंचायत विभाग की दर्जनों जनकल्याणकारी योजनाएं हैं, जिनके क्रियान्वयन में पूरी लगन के साथ जुटने के निर्देश खुद पीएम मोदी आईएएस अधिकारियों को समय-समय पर देते हैं। लेकिन सीईओ विहीन विदिशा जिला पंचायत में केंद्रीय योजनाओं की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
इधर सुशासन की दिशा में एमपी में बहुत अच्छा काम कर रहे युवा कलेक्टर रोशन कुमार सिंह जिला पंचायत की तमाम योजनाओं के साथ अन्य विभागों की गतिविधियों की लगातार मानीटरिंग करने के साथ फील्ड में जाकर लोगों से रूबरू हो रहे हैं। उनके नवाचारों की चर्चा पूरे प्रदेश में है।