दीपक तिवारी/ विदिशा
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विदिशा के तत्कालीन कलेक्टर रोशन कुमार सिंह को अपने गृह जिला उज्जैन की कमान सौंपते हुए विदिशा जिले की जिम्मेदारी जनसंपर्क विभाग के संचालक अंशुल गुप्ता को दी है। मंगलवार की दोपहर विदिशा पहुंचकर आईएएस अंशुल गुप्ता ने कलेक्टर का कार्यभार ग्रहण कर कामकाज शुरू कर दिया।
कलेक्टर श्री गुप्ता चार्ज संभालने के बाद मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में पहुंचे और शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनते हुए संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। जनसुनवाई में 125 आवेदक अपनी समस्याएं लेकर नए कलेक्टर के पास पहुंचे।
जिले की ख्याति में बढ़ोत्तरी के लिए जुटें अधिकारी
कलेक्टर गुप्ता ने लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक में सभी विभागों के अधिकारियों से कहा कि सभी क्रियान्वित कार्यो, योजनाओं व कार्यक्रमों का समय पर सम्पादन कर जिले की ख्याति में वृद्धि करने के प्रयासों में कहीं कोई चूक ना करें। उन्होंने कहा है कि लंबित आवेदनों की समीक्षा बैठक का मतलब अंतरविभागीय समन्वय स्थापित कर सर्वोच्चता की प्राप्ति की सभी बाधाएं दूर करना है।
नवागत कलेक्टर श्री गुप्ता ने सीएम हेल्पलाइन के तहत दर्ज आवेदनों की समीक्षा में विभागों के अधिकारियों से कहा है कि जिला ए ग्रेड सूची में शामिल हो और समीक्षा से बचें। जो विभाग बी, सी एवं डी ग्रेडिंग सूची में शामिल रहेंगे। उन विभागों को विशेष पहल करनी होगी ताकि सीएम हेल्पलाइन की समीक्षाओं से बच सके। ग्रेडिंग सूची में सुधार नहीं आने पर ऐसे विभागों के अधिकारियों को अवकाश दिवसों में भी समीक्षा बैठक में मौजूद रहना होगा। इसके बावजूद सुधार परलिक्षित नहीं हुआ तो दंडनीय कार्यवाही के सहभागी बनेंगे। उन्होंने कहा कि एल वन स्तर के अधिकारी को हरेक सीएम हेल्पलाइन की समुचित जानकारी होनी चाहिए और वे स्वयं आवेदक से संपर्क कर शिकायत करने के क्या कारण हैं से अवगत होकर निराकरण की पहल करेंगे। ऐसे आवेदन जिनका निराकरण जिला स्तर पर संभव नहीं है उन आवेदनों को सूची में कारणों सहित रेखांकित करेंगे। कलेक्टर श्री गुप्ता ने सभी एसडीएमों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अनुविभाग स्तरीय ख्याति में गिरावट ना आए इसके लिए अन्य विभागों के कार्यक्रमों व योजनाओं के क्रियान्वयन में कसावट लाने के निर्देश दिए।