सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई और ठाणे को जोड़नेवाली महत्वाकांक्षी परियोजना वडाला-घाटकोपर-ठाणे-कासारवडवली मेट्रो-४ अभी तक पूरी नहीं हुई है। सरकार की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में पिछले चार साल से कई बार की डेडलाइन दी गई हैं और अब नई डेडलाइन दी गई है कि मेट्रो-४ दिसंबर २०२५ के बाद ही ठाणे से चलेगी।
जानलेवा ट्रैफिक जाम से जूझ रहे नागरिकों के लिए मेट्रो-४ परियोजना बेहद अहम है। हालांकि, चार बार समय-सीमा बीत जाने के बाद भी परियोजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है, इससे स्पष्ट है कि नेता और राज्य सरकार इस परियोजना को लेकर लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रहे हैं।
ठाणे शहर में, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन अथॉरिटी ने २०१७ से मेट्रो परियोजना का काम शुरू किया। पिछले ८ सालों में बड़े पैमाने पर हाईवे पर बैरिकेडिंग कर मेट्रो पिलर खड़े करने का काम चल रहा है और ये काम अंतिम चरण में पहुंच चुका है। एमएमआरडीए ने बताया है कि कुछ जगहों पर मेट्रो स्टेशनों का निर्माण कार्य चल रहा है और अब तक वडाला-घाटकोपर-ठाणे-कासारवडवली मेट्रो परियोजना का ६७ प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, लेकिन ऐसा लगता है कि जिस गति से काम पूरा होने की उम्मीद थी, उस गति से काम नहीं चल रहा है। नई मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट की तरह ही मेट्रो-४ प्रोजेक्ट भी रुका हुआ है। अब जब इस प्रोजेक्ट की शुरुआत के लिए एमएमआरडीए की ओर से दिसंबर २०२५ की नई तारीख दी गई है, तो संभावना है कि मेट्रो-४ से सफर करने के लिए नागरिकों को २०२६ की सुबह का इंतजार करना होगा।
नई मुंबई मेट्रो के उद्घाटन को पूरा होने के बाद भी एक साल तक विलंबित करने के पिछले अनुभव के कारण, ठाणे मेट्रो के बारे में भी और देरी की आशंका जताई जा रही है। अब नागरिक सवाल उठा रहे हैं कि यह प्रोजेक्ट कब पूरा होगा।
काम पूरा करने की अब तक की समय-सीमा
शुरुआत में मेट्रो को २०२१-२२ में पूरा करने की योजना थी। इसके बाद कोरोना के कारण मेट्रो प्रोजेक्ट का काम रोक दिया गया।
इस प्रोजेक्ट के लिए फरवरी २०२४ की नई तारीख दी गई। इस तिथि पर भी प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका। इसके बाद जून २०२५ की नई तारीख तय की गई, लेकिन हाल ही में प्रकाशित आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट से अब यह प्रोजेक्ट दिसंबर २०२५ के बाद पूरा हो सकता है।
इसके अलावा, कासारवडवली-गायमुख परियोजना जो इस परियोजना का दूसरा चरण है, वह भी दिसंबर २०२५ के बाद ही वास्तविकता बन पाएगी।