मुख्यपृष्ठनए समाचारमुंबई में गहराएगा जल का संकट!..झीलों में बचा है ३८ प्रतिशत पानी...मनपा...

मुंबई में गहराएगा जल का संकट!..झीलों में बचा है ३८ प्रतिशत पानी…मनपा करेगी जलापूर्ति में कटौती

सामना संवाददाता / मुंबई

महानगर मुंबई को पानी की आपूर्ति करनेवाली सात झीलों में अब कुल ३८ प्रतिशत पानी बचा है। मुंबई में मानसून के आगमन का अनुमानित समय देखते हुए मनपा को झीलों में बचे साढ़े ५ लाख एमएलडी पानी को जुलाई महीने के अंत तक आपूर्ति करना होगा। जरूरत के अनुसार यह पानी कम है। ऐसे में मनपा के सामने जलापूर्ति का संकट आएगा, जिसे भांपते हुए मनपा जल सप्लाई में कटौती करने का विचार कर रही है।
मनपा अधिकारियों के अनुसार, अगर बांधों में पानी तेजी से कम होता है तो मुंबईवासियों को पानी की कटौती का सामना करना पड़ सकता है इसलिए मुंबई मनपा ने सावधानी के तौर पर पहले ही राज्य सरकार से रिजर्व स्टॉक के उपयोग की अनुमति मांगी है। अधिकारी ने कहा कि अगर मानसून की बारिश में देरी होती है तो मुंबई मनपा को झीलों में संग्रहित रिजर्व पानी का उपयोग करना पड़ सकता है। इसके लिए हम अभी से तैयारी में जुट गए हैं।
बता दें कि मुंबई को पानी की आपूर्ति करनेवाले अपर वैतरणा, मोडकसागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भातसा, विहार और तुलसी इन सात झीलों में वर्तमान में कुल ५ लाख ५२ हजार ५९९ मिलियन लीटर पानी है। इन बांधों की कुल भंडारण क्षमता १४ लाख ४७ हजार मिलियन लीटर पानी की है। बारिश में यह ९९ प्रतिशत तक भर जाता है।
रोजाना ३,७५० मिलियन जलापूर्ति
मुंबई शहर को रोजाना लगभग ३,७५० मिलियन लीटर पानी की आवश्यकता होती है। यह पानी मुंबई मनपा द्वारा १२८ किमी दूर से पाइपलाइन के द्वारा लाकर यहां आपूर्ति किया जाता है। यह पानी शहर की जनसंख्या, औद्योगिक और वाणिज्यिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उपयोग किया जाता है।

अन्य समाचार