सामना संवाददाता / मुंबई
गिरगांव की घटना पर बेहद चिंता जताते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और सांसद संजय राऊत ने मुंबई में मराठी लोगों पर हो रहे कथित हमलों को लेकर बीजेपी पर कड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि मुंबई में मराठी लोगों को मराठी में बात न करने और गुजराती, मारवाड़ी में बात करने की धमकियां दी जा रही हैं। गिरगांव में एक घटना का जिक्र करते हुए राऊत ने इसे मराठी अस्मिता पर हमला बताया।
संजय राऊत ने कहा कि मुंबई मराठी लोगों के संघर्ष और त्याग से बनी है। यहां की हर जमीन पर मराठी लोगों का खून और बलिदान बसा है।
राऊत ने गिरगांव की घटना पर चिंता जताई, जिसमें एक मराठी महिला को एक मारवाड़ी व्यापारी ने मराठी में बात न करने के लिए धमकाया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री इस पर कोई कदम नहीं उठा रहे हैं, जो बेहद शर्मनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी मराठी लोगों की विरासत को मिटाकर मुंबई को मराठी विरोधियों के हाथ में सौंपने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के भविष्य के लिए यह बेहद खतरनाक तस्वीर है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस चुनाव में बीजेपी ने गुजराती, मारवाड़ी और जैन समुदायों के नाम पर मराठी लोगों के खिलाफ माहौल बनाया। राऊत ने चेतावनी देते हुए कहा कि सत्ता में न होने के बावजूद, हमने मुंबई और महाराष्ट्र के लिए लड़ाई लड़ी है और आगे भी लड़ते रहेंगे। मराठी लोगों की लड़ने की ताकत को कोई खत्म नहीं कर सकता। हम महाराष्ट्र के दुश्मनों को सबक सिखाएंगे।
संजय राऊत ने यह भी स्पष्ट किया कि शिवसेना ने हमेशा माना है कि मुंबई सभी समुदायों को साथ लेकर चलती है। उन्होंने कहा कि हमने कभी हिंदी भाषी, गुजराती, मारवाड़ी, जैन, पारसी या सिंधी लोगों को धमकी नहीं दी, लेकिन मुंबई पर पहला हक मरा’ी लोगों का है, यही हमारी भूमिका रही है। राऊत ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि भाजपा ने मुंबई को बिल्डरों के हवाले कर दिया है।