-धनबाद हुआ शर्मसार
-अभिभावकों में आक्रोश
-कड़ी कार्रवाई की मांग
यह घटना पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित कर जांच का आदेश दिया गया है।
सामना संवाददाता / पटना
सुशासन बाबू के राज में बिहार में एक से बढ़कर एक घटनाएं हो रही हैं। धनबाद के एक नामी निजी स्कूल में दसवीं कक्षा की छात्राओं के साथ प्रिंसिपल ने अशोभनीय व्यवहार किया है। परीक्षा के आखिरी दिन दसवीं की छात्राएं पेन डे मना रही थीं। पेन डे के दौरान छात्राएं एक-दूसरे की शर्ट पर शुभकामनाएं लिखती हैं। छात्राओं ने एक-दूसरे की शर्ट पर शुभकामनाएं लिखीं, लेकिन यह बात स्कूल के प्राचार्य को रास नहीं आई। करीब १०० छात्राएं इसमें शामिल थीं। सभी छात्राओं को पहले डांटा गया, उसके बाद उनकी शर्ट उतरवा दी गई। यही नहीं शर्ट उतारने के बाद उसे पहनने नहीं दिया गया। छात्राओं को सिर्फ ब्लेजर पहनने दिया गया। ब्लेजर पहनकर ही छात्राएं अपने-अपने घर गईं। घर पहुंचकर छात्राओं ने पूरी बात अपने-अपने माता-पिता को बताई। इसे लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। घटना की जानकारी मिलने के बाद छात्राओं के माता-पिता आक्रोशित हो गए। माता-पिता कल शनिवार को डीसी कार्यालय पहुंचे। डीसी से स्कूल के प्राचार्य के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। स्थानीय विधायक रागिनी सिंह भी अभिभावकों के साथ डीसी कार्यालय पहुंचीं। अभिभावकों ने बताया कि डीसी माधवी मिश्रा ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। वहीं स्थानीय विधायक रागिनी सिंह ने कहा कि यह घटना पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित कर जांच का आदेश दिया गया है। माधवी मिश्रा ने कहा कि स्कूल के प्रिंसिपल के फरमान के बाद स्कूली बच्चों को शर्ट उतारकर ब्लेजर में घर जाना पड़ा। इस मामले को गंभीरता से लिया गया है। अभिभावकों का कहना है कि यह एक तालिबानी फरमान है। यह कैसा अनुशासन है कि लड़कियों का शर्ट उतरवा दिया गया। यह घटना हमें शर्मसार करती है।