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जब मैं सीएम था मोदी, शाह को महाराष्ट्र की ओर देखने की नहीं थी हिम्मत -उद्धव ठाकरे ने बोला जोरदार हमला

घातियों के कार्यकाल में उद्योग लूटकर ले गए गुजरात
सामना संवाददाता / मुंबई
सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना के प्रलंबित मामले को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जनता के दरबार में न्याय है। जनता की अदालत तारीख पर तारीख नहीं देती, एक बार में ही पैâसला कर देती है। गद्दारों ने आज महाराष्ट्र का पतन करने की शुरुआत की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर राज्य को लूटा जा रहा है, लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री था, तब मोदी और शाह की हिम्मत नहीं थी कि वे महाराष्ट्र की ओर तिरछी नजर से देखें। आज उनके इशारे पर उद्योग, रोजगार सब अन्य राज्यों में ले जाया जा रहा है। नांदेड़ स्थित लोहा में एकनाथ पवार के प्रचार के लिए आयोजित विशाल सभा में उद्धव ठाकरे बोल रहे थे। उन्होंने मोदी शाह पर व्यंग्य करते हुए कहा कि कुछ ही दिन बचे हैं और अब मोदी और शाह भी यहां आने लगे हैं।

उन्हें अब याद आया कि महाराष्ट्र नाम का एक राज्य है और वहां चुनाव हो रहे हैं। उन्हें यह भी याद आया कि महाराष्ट्र के लोग भी वोट देते हैं, नहीं तो पहले तो उन्हें लगता था कि महाराष्ट्र सिर्फ लूटने के लिए है। आप महाराष्ट्र के सारे उद्योग लूटकर गुजरात ले जाते हैं और फिर महाराष्ट्र के वोट मांगने का साहस करते हैं। आपको क्या लगता है कि आप कुछ भी करेंगे और महाराष्ट्र बेबस होकर आपको वोट देगा?

सूरत भागने का मौका नहीं मिलेगा!
२३ को घातियों को तड़ीपार करेगा महाराष्ट्र

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने लोगों से कहा कि यह लड़ाई सिर्फ उद्धव ठाकरे और शिवसेना की नहीं है। हमें सत्ता चाहिए, सरकार लानी है। अपनी सरकार लानी है।
उन्होंने कहा कि अगर राज्य में सच में कानून और व्यवस्था है, तो जिन्होंने हमला किया है, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हम भी देखेंगे कि कौन हमारे खिलाफ आता है। हमने अब तक धैर्य रखा है, इसका मतलब यह नहीं कि हम कमजोर हैं। हम सिर्फ जनता में अस्थिरता न हो इसलिए चुप हैं। लेकिन अगर हमारे शिवसैनिकों पर हाथ डाला तो वह हाथ सलामत नहीं रहेगा।
उन्होंने शिंदे और भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये कहते हैं कि मैंने बालासाहेब के विचार छोड़ दिए। मैंने विचार नहीं छोड़े। चुनाव लड़ना है, तो मर्दों की तरह लड़ो। महाविकास आघाड़ी है, जिसमें सभी मित्र दल हैं, जबकि उनकी महायुति में गद्दार गुटों के साथ ईडी, इनकम टैक्स, पुलिस सब हैं। हमारे शिवसैनिकों को परेशान करना, तड़ीपार करना बंद करो। २३ तारीख को पूरा महाराष्ट्र इन तीनों दलों को तड़ीपार कर देगा। पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा, राज्य में आनेवाली सरकार हमारी है। उस समय पुलिस व्यवस्था भी हमारे साथ होगी। अगर इस व्यवस्था का इस्तेमाल हमने तुम्हारे खिलाफ किया, तो तुम्हें सूरत भी भागने का मौका नहीं मिलेगा।
गद्दारों को कचरे में फेंक दो
उधर बुलढाणा में जिजाऊ माता के जन्मस्थान से सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि एक किलो कचरे का भाव भी ३५ रुपए है, लेकिन किसानों के सोयाबीन की फसल को ३० रुपए मिलता है। ऐसी गद्दार सरकार को एक रुपया का भाव भी नहीं मिलना चाहिए। शिंदे सरकार के हर प्रत्याशी को बिना भाव दिए ही कचरे में फेंक देना है। उन नालायकों को एक भी वोट नहीं मिलेगा, इतनी निष्ठा से मशाल को वोट करें। पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिंदे गुट के विधायक और विधानसभा के उम्मीदवार संजय गायकवाड़ की जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि लोकसभा में यह सीट हम थोड़े से अंतर से हार गए, लेकिन अब विधानसभा में गद्दारों को हराना है। उनके इतना कहते ही भीड़ ने ‘हराना ही है’ का नारा लगाया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि इतनी जोर से आवाज करो कि गद्दार भाग जाएं।
महाविकास आघाड़ी के बुलढाणा से उम्मीदवार जयश्री शेलके, मेहकर से सिद्धार्थ खरात और परतूर से ए. जे. बोराड़े के प्रचार के लिए उद्धव ठाकरे की भव्य सभा हुई। इन सभाओं में भारी भीड़ जुटी। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने भाजपा, अजीत पवार गुट और गद्दार शिंदे पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि शिवसेना से गद्दारी करने के लिए हर गद्दार ने ५० करोड़ रुपए लिए। अब वे लोग ५० करोड़ को चिल्लर समझने लगे हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी तिजोरियां इतनी भर ली हैं कि आनेवाली पीढ़ियों को कमी नहीं होगी।

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