मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भाजपा के एक विधायक ने बहुत गंभीर आरोप लगाया है। गाजियाबाद की लोनी सीट से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने योगी आदित्यनाथ की सरकार के आला अधिकारियों के बहाने योगी सरकार पर तगड़ा हमला बोला है। एक तरह से उन्होंने भाजपा के टैग लाइन संस्कार, सूचित, पार्टी विथ डिफरेंट का हवा निकाल दी है। इधर कुछ दिनों से भाजपा विधायक ने सरकार के उच्य अधिकारियों के पद नाम लेकर लगातार आरोप लगाया जाता है। उन्होंने दावा किया कि मैंने रामकथा की परमिशन ली, फिर भी पुलिस ने कलश यात्रा रोकने की कोशिश की। महिलाओं से बदतमीजी की। उनके कलश गिर गए। टकराव करके पुलिस मेरी हत्या करना चाहती थी। वहां चर्चा है कि लोनी के खाली मैदान में आयोजित राम कथा की कलश यात्रा को पुलिस ने परमिशन न होने की बात कहकर रोकने का प्रयास किया। पुलिस ने विधायक को रोकने के लिए उनके आगे गाड़ियां लगा दीं और इस धक्का-मुक्की में उनके कपड़े फट गए। बताया गया कि बेहोशी की हालत में नंदकिशोर जमीन पर बैठ गए। हालात बेकाबू होते देख कर पुलिस को बैकफुट पर आना पड़ा। वहीं पुलिस के आलाधिकरियों के अलावा चारों थानों और अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर बुलाना पड़ा। बाद में यात्रा नीलम फैक्ट्री रोड पर से आर्य नगर होते हुए मेन दिल्ली-सहारनपुर रोड के रास्ते कथा स्थल पर पहुंची।
गुर्जर ने कहा कि चीफ सेक्रेटरी ने तंत्र क्रिया करके महाराज जी की बुद्धि को बांध दिया है। मुख्यमंत्री जी ऐसे नहीं थे। सब रो रहे हैं। प्रदेश की जनता दुखी है। यूपी में जब रामकथा नहीं कर सकते, बहन–बेटियां लुट रही हैं, फिर कैसा रामराज्य है? यूपी का चीफ सेक्रेटरी दुनिया का सबसे भ्रष्ट अधिकारी है। अयोध्या की सारी जमीन अधिकारियों ने लूट ली। फर्जी एनकाउंटर में लोग मारे जा रहे हैं। 28 मार्च के बाद कथा करके लखनऊ आ रहा हूं। चीफ सेक्रेटरी से कह रहा हूं, मेरा सीना होगा, तुम्हारी गोलियां कम पड़ जाएंगी। योगी आदित्यनाथ का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार है। अधिकारी, मुख्यमंत्री को गुमराह कर रहे हैं। गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर शाम 5 बजते ही शराब पी लेते हैं। मुख्यमंत्री जी को एक–एक बात बताऊंगा।
इस बीच नंद किशोर गुर्जर का यूपी पुलिस को चुनौती देने वाला एक वीडियो वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में गुर्जर कह रहे हैं- ‘मैं चुनौती देता हूं चीफ सेक्रेटरी अगर तेरी मां ने दूध पिलाया है, ए कमिश्नर तेरी मां ने दूध पिलाया है तो कथा के बाद गाजियाबाद में कहीं भी तय कर लेना, तेरी गोली होंगी, हमारे सीने होंगे। 28 तारीख के बाद समय चीफ सेक्रेटरी का होगा। योगी जी ने हमसे कहा था कि बोलना नहीं। हम चुप थे। पुलिस अन्याय कर रही थी। मेरे कार्यकर्ता को 11 हजार रुपये लेकर छोड़ा, मैं बोला नहीं। एक कार्यकर्ता को इंस्पेक्टर ने पैसे लेकर छोड़ा, मैं बोला नहीं। हमारी बहन सरिता चौधरी के साथ दरिंदों ने मारपीट की, मैं बोला नहीं। आखिर कब तक चुप रहेंगे।’
इस बीच एसीपी अंकुर विहार अजय कुमार सिंह ने कहा कि बिना परमिशन जुलूस निकाला जा रहा था। मना करने पर पुलिस के साथ धक्कामुक्की की गई। 19 मार्च को विधायक नंदकिशोर के बेटे हितेश गुर्जर ने 20 मार्च को कार्यक्रम की सूचना दी थी। इस पर थाना प्रभारी लोनी बॉर्डर ने उनसे फोन पर संपर्क साधने का प्रयास किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। गुरुवार को भी थाना प्रभारी ने हितेश गुर्जर को दो बार और विधायक से बात कर बिना परमिशन जुलूस निकालने से मना किया था।”