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मनमाने किराए की वसूली पर कब लगेगी लगाम? …९० दिनों की डेडलाइन में केवल ६० प्रतिशत रिक्शा-टैक्सी का रीकैलिब्रेशन पूरा

सामना संवाददाता / मुंबई
रिक्शा और टैक्सी के किराए में बढ़ोतरी के बाद नई दरों से किराया वसूलने के लिए मीटर रीकैलिब्रेशन कराना अनिवार्य किया गया था। हालांकि, राज्य परिवहन विभाग (आरटीओ) द्वारा दी गई डेडलाइन खत्म होने में अब केवल पांच दिन बाकी हैं, फिर भी मुंबई के हजारों रिक्शा और टैक्सी अभी तक मीटर रीकैलिब्रेशन नहीं करवा पाए हैं। ९० दिनों की अवधि में केवल ६० फीसदी रिक्शा-टैक्सी का रीकैलिब्रेशन पूरा हुआ है। कई ड्राइवर जानबूझकर रीकैलिब्रेशन से बचते हुए मनमाना किराया वसूल रहे हैं। यात्रियों से हो रही इस लूट को रोकने के लिए आरटीओ से सख्त कार्रवाई की मांग जोर पकड़ रही है।
मुंबई महानगर क्षेत्र में रिक्शा और टैक्सी के किराए में १ फरवरी से तीन रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। इसके अनुसार, नए किराए लागू करने के लिए रीकैलिब्रेशन की ९० दिन की अवधि दी गई थी, जो अब ३० अप्रैल को खत्म हो रही है। इस अवधि में सभी रिक्शा और टैक्सी का रीकैलिब्रेशन पूरा कराने के लिए आरटीओ ने प्रक्रिया में तेजी लाई थी, लेकिन अब तक हजारों वाहनों ने रीकैलिब्रेशन नहीं करवाया है और यात्रियों से मनमाना किराया वसूला जा रहा है।
ताड़देव, वडाला और अंधेरी के प्रादेशिक परिवहन कार्यालयों के आंकड़ों के अनुसार, अभी तक १,३२,९३९ रिक्शा में से ८२,५५० का रीकैलिब्रेशन हुआ है, जबकि ३९,०९४ टैक्सियों में से केवल २३,२८९ टैक्सियों का मीटर अपग्रेड किया गया है। मुंबई शहर और उपनगरों के हजारों रिक्शा-टैक्सी अब भी बिना रीकैलिब्रेशन के चल रहे हैं। डेडलाइन में सिर्फ ५ दिन बचे हैं और अब तक की प्रक्रिया की रफ्तार देखकर यह संभव नहीं लगता कि सभी शेष वाहनों का रीकैलिब्रेशन पूरा हो पाएगा। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या आरटीओ उन रिक्शा-टैक्सी पर सख्त कार्रवाई करेगा।

रिक्शाचालकों से समय पर मीटर रीकैलिब्रेशन कराने की अपील की जा रही है। जो रिक्शाचालक अभी तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाए हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए आरटीओ से समयसीमा बढ़ाने की मांग की जाएगी।
– थंपी कुरियन, मुंबई रिक्शामेंस यूनियन

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