सामना संवाददाता / पटना
बिहार में अपराध बढ़ा है। लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। ब्लॉक से लेकर थाने तक में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उक्त बातें गुरुवार को खगड़िया परिसदन में पत्रकारों को संबोधित करते हुए बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कही।
नेता प्रतिपक्ष ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा के सवाल पर सूबे की सरकार और केंद्र सरकार दोनों को घेरा। उन्होंने सवाल किया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा कब मिलेगा? अभी तो राज्य में और केंद्र में भी एनडीए की सरकार है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर अब चुप्पी साधे हुए हैं। उन्होंने इसे बिहार के साथ धोखा और सौतेला व्यवहार करार दिया। तेजस्वी यादव ने कहा कि खगड़िया से पलायन हो रहा है। महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है, लेकिन इस ओर से केंद्र और राज्य सरकार दोनों उदासीन हैं। सरकार इन समस्याओं का समाधान करने में विफल रही है।
जीविका दीदी से कर दिया वादा
कार्यक्रम से पूर्व उन्होंने मीडिया से बात की। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जीविका दीदियों को जदयू के वैâडर के रूप में तब्दील करना चाह रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि यदि राजद की सरकार बनती है तो दो सौ यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी और जीविका दीदियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
बता दें कि जीविका दीदी बनीं अधिकांश महिलाएं नीतीश कुमार की वोटर्स मानी जाती हैं। ऐसे में तेजस्वी ने यह दांव चलकर कहीं उनके वोटरों में सेंधमारी की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी यात्रा पर २५० करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन इसका लाभ केवल चुनिंदा लोगों को मिलेगा। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री का जनता दरबार भी समस्याओं का समाधान करने में असफल रहा है। बिहार में अफसरों को लूट की छूट दे दी गई है। उन्होंने १७ महीने के महागठबंधन सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए बताया कि उनके कार्यकाल में पांच लाख नौकरियां सृजित हुर्इं। ५०,००० करोड़ रुपए के एमओयू साइन किए गए और जाति आधारित जनगणना पूरी की गई। उन्होंने विश्वास जताया कि जैसे झारखंड में चुनाव जीता है, वैसे ही बिहार में भी महागठबंधन की जीत होगी।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर का जिक्र करते हुए कहा कि यह योजना जनता के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। तेजस्वी ने मौजूदा सरकार को भी इस मुद्दे पर कार्रवाई करने के लिए विवश करने का संकल्प लिया। उन्होंने भाजपा पर आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया। कहा कि, हम इसको लेकर सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ेंगे।