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ईवीएम की विश्वसनीयता कब साबित करेगा आयोग? … जनता की आशंकाएं कब होंगी दूर …रोहित पवार ने चुनाव आयोग को घेरा

सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठ रहे हैं। साथ ही लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं भी हैं। एक मीडिया समूह ने चुनाव आयोग की कमियां उजागर करते हुए पूछा कि वोटों की गिनती में ५ लाख से ज्यादा वोट कहां से आए, तो उधर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) नेता जितेंद्र आव्हाड ने सबूत पेश करते हुए वोटों की गिनती में अंतर और समानताएं बतार्इं। अब शरद पवार की पार्टी के नेता रोहित पवार ने ट्वीट कर पूछा है कि क्या चुनाव आयोग लोगों की शंकाओं का जवाब देगा।
इस बारे में रोहित पवार ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया है। इसमें उन्होंने पोस्टल वोटिंग और ईवीएम वोटिंग में लोगों की राय बताई है। उन्होंने कहा कि इस नतीजे को लेकर जनता के मन में शंकाएं हैं और ईवीएम की विश्वसनीयता को लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या चुनाव आयोग इसका जवाब देगा? उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि हम राज्य के लोगों में ईवीएम को लेकर भ्रम की स्थिति के मद्देनजर अपनी आवाज उठा रहे हैं, वोटिंग में अचानक वृद्धि, पोस्टल बैलेट और ईवीएम के बीच अंतर, फॉर्म २० अभी भी जारी नहीं किया जाना जैसे कई सवाल हैं। अब हमने भी जब चुनाव आयोग के आंकड़ों की पड़ताल की तो कुछ अहम बातें सामने आई हैं, जो लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों की चिंता बढ़ा रही हैं। हमने जो डेटा नोटिस किया है, उसे हम जनता के सामने रख रहे हैं।’ क्या चुनाव आयोग इसका जवाब देगा?
रोहित पवार ने पोस्टल वोटों की संख्या और ईवीएम से मिले वोटों की संख्या जाहिर करते हुए जनभावना को सोशल मीडिया के माध्यम से जनता के समक्ष पेश किया और चुनाव आयोग को इस पर जवाब देने की मांग की।

उन्होंने कहा कि देखते हैं क्या हमेशा की तरह जनभावनाओं को दबाया जाएगा। उन्होंने पोस्ट में कहा, सहमत हूं कि विधानसभा परिणाम में कोई बदलाव नहीं होगा, लेकिन हमें उम्मीद है कि आगामी चुनावों के लिए हमारे मन में सभी संदेह दूर हो जाएंगे। हम जनता के मन में मौजूद शंकाओं और हमारे सामने आए आंकड़ों को पेश कर रहे हैं। चुनाव आयोग को लोगों की शंकाओं का जवाब देना चाहिए और भ्रम दूर करना चाहिए।

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