मुख्यपृष्ठस्तंभबांग्लादेश पर कहां है मोदी की रणनीति ?

बांग्लादेश पर कहां है मोदी की रणनीति ?

बीते लंबे समय से बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं के ऊपर अत्याचार पर हर कोई क्रोधित है, लेकिन आमजन यहां बैठ कर भी क्या कर सकता है, लेकिन इस पर राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि नेशनल व इंटरनेशनल लेवल पर समाधान हो सकता है। लेकिन यहां हमारे प्रधानमंत्री की ओर से जरा सी भी गंभीरता दिखाई नही पड़ती। बीते दशक भर में भारतीय प्रधानमंत्री ने जितने विदेशी दौरे करके अपनी मजबूत कूटनीति दिखाई वह धरातल पर शून्य साबित हो रही है। यदि हमारे देश में जरा सी भी घटनाक्रम हो जाती है तो बाहरी देश हमें किस तरह घेरने की कोशिश करते हैं यह हमने भलिभांति देखा है, लेकिन बांग्लादेश में खुलेआम हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है इस मामले पर किसी भी देश से उनके सहयोग के लिए कोई भी मजबूत प्रतिक्रिया नहीं आई।
इसके अलावा सबसे बड़ी बात यह है कि विश्व पटल पर अपने आप को हिंदुओं का हितैषी बताने व समझने वाले हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम पर कहीं भी अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं करा पा रहे हैं न ही इंटरनेशनल पॉलिसी कहीं भी कारगर सिद्ध होती दिखाई दे रही। बांग्लादेश से आ रहे वीडियो में स्पष्ट दिख रहा है कि वहां मानव जीवन पर किस तरह प्रहार हो रहा है। मंदिर तोड़ने से लेकर रेप की घटनाओं ने हिला कर रख दिया। इसके अलावा आश्चर्य तब होता है, जब यहां बैठे बडे़-बडे़ मुस्लिम धर्म गुरु व मुल्ला-मौलवी जो अपने इस्लामिक राष्ट्रों में अच्छे संबंध बताते हैं वह बांग्लादेश में पीड़ित हिंदुओं की किसी भी प्रकार से मदद के लिए आगे नहीं आ रहे। मदद भी छोडिए कोई ऐसा बयान नहीं दिया गया, जो सद्भावना से प्रेरित हो। इसके अलावा पहले तो इस घिनौने खेल में क्यास लगा रहे थे कि पाकिस्तान व चीन का हाथ है, लेकिन जब स्पष्ट हुआ तो पूरी पटकथा समझ में आ गई कि वह बांग्लादेश से हिंदुओं का अस्तित्व खत्म करने में लगे हुए हैं।
इस मामले में पाकिस्तान के एक बड़े नेता ने खुद कबूला कि पाकिस्तान के कट्टरपंथी बांग्लादेश के हिंदुओं को परेशान करने के लिए उकसा रहे हैं। इसके अलावा जैसा कि चीन हर हालात में भारत को घेरना चाहता है। जैसा कि चीन ने श्रीलंका व पाकिस्तान को इतना लोन दे रखा है कि वह आर्थिक तौर अपने कब्जे में ले रखा है और इन दोनों देशों की स्थिति यह है कि वह सिर उठाकर बात भी नहीं कर सकता, अर्थात वह यह दोनों देश अब लगभग पूर्ण रूप से चीन के कब्जे में आ गए। चीन के कब्जे में आने के बाद दोनों की आर्थिक स्थिति क्या है वह सबको खुलेआम पता है। दोनों ही देश भिखारी बन चुके हैं, लेकिन चीन का अब भी पेट नहीं भरा तो वह बांग्लादेश पर डोरे डाल रहा है। चूंकि वह हर हाल में भारत पर अपना वर्चस्व बनाए रखना चाहता है।
बांग्लादेश में हालात पूर्ण रूप से अस्थिर हैं, लेकिन बावजूद इसके अपने हवाई बेड़े की ताकत बढ़ाने के लिए बांग्लादेश चीन के चेंगदू जे-10सी मल्टीरोल फाइटर जेट खरीद रहा है। बताया जा रहा है कि बांग्लादेश अपनी वायु सेना के लिए पहले चरण में 16 जे-10सी लड़ाकू विमान खरीदने की योजना भी बना रहा है। इस घटनाक्रम से बहुत समझने की जरूरत है और भारत को सतर्क रहने की।
– योगेश कुमार सोनी
वरिष्ठ पत्रकार

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