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ठाणे में गुंडों का आका कौन? … उद्यमियों को अवैध वसूली की मिल रही हैं धमकियां

-शिकायतों पर पुलिस नहीं कर रही कार्रवाई
सामना संवाददाता / मुंबई
देश के सबसे बड़े औद्योगिक केंद्र के रूप में जाने-जाने वाले ठाणे के वागले इस्टेट के छोटे व्यवसाय मालिकों को गुंडों से जबरन वसूली की धमकियां मिल रही हैं। व्यापारी इस बदमाशी से तंग आ चुके हैं, कभी उन पर हफ्ता देने के लिए दबाव डाला जाता है तो कभी काम बंद करने की धमकी दी जाती है। इस संबंध में पुलिस से बार-बार शिकायत की गई, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण पुलिस आंखें मूंदे बैठी है, जिससे ये उद्यमी ‘न घर के रहे, न घाट के’ वाली स्थिति में आ गए हैं। व्यापारियों ने गुस्से में पूछा है कि ठाणे में इन जबरन वसूली करने वालों का आका कौन है?
कई छोटे उद्यमी वर्षों से ठाणे शहर में अपना कारोबार कर रहे हैं, जो मुंबई से कुछ ही दूरी पर है। इस क्षेत्र में अनेक कारखाने हैं, जिनमें रासायनिक कारखानों से लेकर इंजीनियरिंग कारखाने तक शामिल हैं। यहां के छोटे व्यवसायी पहले से ही सरकार की कठोर शर्तों से तंग आ चुके हैं तथा पिछले दो महीनों से उन्हें जबरन वसूली की धमकियां मिल रही हैं, जिससे व्यापारी और उद्यमी भयभीत हैं। इस संबंध में ठाणे लघु उद्योग संघ के पदाधिकारियों के साथ-साथ शहर के कई संगठनों के उद्यमी सदस्यों ने हाल ही में ठाणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त ज्ञानेश्वर चव्हाण से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान उद्यमियों के समक्ष आने वाली कठिनाइयों तथा छोटे उद्यमियों को होने वाली परेशानियों के बारे में विस्तृत चर्चा हुई।
बैठक में ठाणे स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और चैंबर ऑफ स्मॉल इंडस्ट्री एसोसिएशन के सचिव भावेश मारू, उपाध्यक्ष आशीष शिरसाट, कीर्ति पांचाल, निखिल सुले, अंजुम काजी, मेहुल मेहता, एकनाथ सोनावणे आदि उपस्थित थे।
इस चर्चा के दौरान अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विनायक देशमुख, पुलिस उपायुक्त प्रशांत कदम, यातायात पुलिस उपायुक्त पंकज शिरसाट, वागले इस्टेट पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शिवाजी गवारे सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

वागले इस्टेट में सबसे ज्यादा परेशानी
वागले इस्टेट क्षेत्र में छोटे उद्यमियों के स्वामित्व वाली छोटी और बड़ी पैâक्ट्रियों की संख्या सबसे अधिक है। लेकिन अब यही उद्यमी भय के साए में जी रहे हैं और जहां कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी पुलिस पर है, वहीं इस क्षेत्र में जबरन वसूली करने वालों का कोई अंत नहीं है। यदि जबरन वसूली करने वालों के कारण उत्पन्न मानसिक पीड़ा कम नहीं हुई तो हम जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे।
– संदीप पारीख, अध्यक्ष– टीआईएसए संगठन, ठाणे

जबरन वसूली के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
ठाणे पुलिस उद्यमियों, व्यापारियों और व्यवसायियों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है। यदि उद्यमियों को जबरन वसूली के जरिए परेशान किया जा रहा है तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम जबरन वसूली करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। यदि व्यापारियों को कोई समस्या हो तो उन्हें ११२ नंबर पर कॉल करना चाहिए या व्यक्तिगत रूप से रिपोर्ट करनी चाहिए।
– डॉ. ज्ञानेश्वर चव्हाण, संयुक्त पुलिस आयुक्त, ठाणे

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