-शरद पवार से भेंट के बाद अटकलों का बाजार गर्म
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने १२ दिसंबर को दिल्ली में शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद क्या दादा वापस लौटेंगे। इस बात की चर्चा जोर पकड़ने लगी है। हालांकि, यह मुलाकात पारिवारिक बताई जा रही है, लेकिन इसे राजनीतिक नजरिए से देखा जा रहा है। इस मुलाकात पर शरद पवार के परिवार की सदस्य सुनंदा पवार ने कहा,`अजीत पवार गुट और शरद पवार की पार्टी के एक होने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता। हर परिवार में मतभेद होते हैं, लेकिन मतभेद खत्म हो सकते हैं।’ भविष्य में यह दोनों गुट एक साथ आ सकते हैं। मुझे लगता है कि उन्हें एक होना चाहिए। जब एक मुट्ठी बनती है, तो ताकत होती है। अगर हम बिखरते हैं, तो ताकत खत्म हो जाती है। हालांकि किस शर्त पर एक साथ आना है, यह पैâसला उन दोनों पर निर्भर करता है। शरद पवार की पार्टी के वरिष्ठ नेता अंकुश काकड़े ने इस पर कहा कि १२ दिसंबर को शरद पवार का जन्मदिन दिल्ली में मनाया गया। शरद पवार शीतकालीन अधिवेशन के लिए दिल्ली में थे, और अजीत पवार भी अपने काम के सिलसिले में वहां पहुंचे थे। अजीत पवार ने शरद पवार से मुलाकात कर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। यह एक अच्छी बात है। हालांकि, दोनों के एक होने की खबरें चल रही हैं। कार्यकर्ताओं की भी यही भावना है कि शरद पवार और अजीत पवार को एक होना चाहिए। यदि ऐसा होता है, तो यह सभी के लिए खुशी की बात होगी। काकड़े ने यह भी कहा कि इस मामले में अंतिम पैâसला शरद पवार लेंगे। शरद पवार क्या निर्णय लेंगे, यह अभी नहीं कहा जा सकता। अगर उन्होंने अजीत पवार के अपने साथ तालमेल करने का पैâसला किया तो इसका भी स्वागत किया जाएगा। इस घटनाक्रम पर सभी की नजरें बनी हुई हैं कि क्या दोनों के बीच एकता संभव हो सकेगी।