सगीर अंसारी / मुंबई
महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार चरम पर है। जहां चुनाव में उतरे उम्मीदवार अपनी जीत के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं, वहीं बात मुंबई की करें तो मुंबई के सबसे ज्यादा मतदाताओं वाले विधानसभा क्षेत्र में शुमार सायन-कोलीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र महाविकास आघाड़ी के कांग्रेस उम्मीदवार गणेश कुमार यादव की सीधी लड़ाई महायुति भाजपा के उम्मीदवार वैâप्टन सेलवन से है। पिछले १० सालों से इस क्षेत्र के विधायक रहे सेलवन के जरिए विकास के कार्यों की अवहेलना से क्षेत्र के हालातों को दिन-ब-दिन खराब होता देख मतदाताओं ने वैâप्टन को रिटायर करने का मन बना लिया है।
इस विधानसभा क्षेत्र में जीटीबी नगर, पंजाबी कॉलोनी, प्रतीक्षा नगर, अटॉप हिल, बरकत अली नाका, जैन सोसाइटी, वडाला ट्रक टर्मिनस वाले क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की कमी है। अनगिनत समस्याओं के जंजाल में फंसे मतदाता पिछले दस वर्षों से इस क्षेत्र के विकास का इंतजार कर रहे हैं और इन्हीं सब चीजों को देखते हुए मतदाताओं ने विधानसभा चुनाव के इस मौके पर बदलाव का मन बनाया है। इस सीट पर कांग्रेस के गणेश कुमार यादव, बीजेपी के वैâप्टन आर. तमिल सेल्वन, एमएनएस के संजय भोगले, बीएसपी के विलास कांबले समेत कुल १५ उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि भाजपा के तमिल सेलवन पिछले दस वर्षों से विधायक हैं, लेकिन इस क्षेत्र के विकास में उनकी भूमिका जगजाहिर है।
इस विधानसभा के मतदाताओं का कहना है कि विधायक क्षेत्र के विकास में असमर्थ रहे हैं। मतदाताओं का कहना है कि वे वर्षों से रुके हुए पुनर्विकास, खराब सड़कें, गड्ढे, पानी की समस्या, बिजली की अपर्याप्त आपूर्ति जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और वास्तव में निर्वाचन क्षेत्र को पिछले दस वर्षों में नुकसान उठाना पड़ा है। इस क्षेत्र में कम से कम २० से २५ झुग्गी पुनर्विकास परियोजनाएं रुकी हुई हैं। बिल्डर ने पुनर्विकास के नाम पर प्रोजेक्ट तो लिया, लेकिन इसे आगे नहीं बढ़ाया। गणेश नगर, शिवशंकर नगर इलाके में भी झुग्गियां ऐसी ही हैं। शिव कोलीवाड़ा हाउसिंग सोसायटी, आगर हाउसिंग सोसायटी ठप हैं। आकार हाउसिंग सोसायटी के साढ़े सात सौ से आठ सौ निवासियों ने अपने झोपड़े खाली कर दिए, जिन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया, लेकिन इन्हें किराया भी नहीं मिल रहा है। गांधी मार्वेâट के सामने सुंदर कमला नगर का भी यही हाल है। बिल्डर साइट खाली कर देता है और फिर प्रोजेक्ट दूसरों को सौंप देता है। मूल झुग्गीवासियों की शिकायत है कि घर मिलने के सपने पूरे नहीं हुए हैं। इससे क्षेत्रवासियों में भारी असंतोष है और यही वजह हैं कि सत्ता पक्ष को तगड़ा झटका लगेगा। क्षेत्र में पानी एक बड़ी समस्या है। इससे मतदाता काफी नाराज हैं। चर्चा है कि सत्ताधारियों ने इसी नाराजगी को दूर करने के लिए कई जगहों पर पानी का अवैध कनेक्शन दे दिया है।
कांग्रेस प्रत्याशी गणेश कुमार पिछले चुनाव में हार के बावजूद भी वे मतदाताओं से लगातार संपर्क में हैं और लोगों के काम करते रहे। इससे गणेश यादव को बहुत फायदा होगा। इस निर्वाचन क्षेत्र में शिवसेना का एक मजबूत संगठन रहा है। लोकसभा चुनाव में शिवसेना के अनिल देसाई को करीब ९ हजार ३१२ वोटों की बढ़त मिली थी। विधानसभा चुनाव में शिवसैनिक जोरदार तरीके से प्रचार कर रहे हैं। आज कांग्रेस और शिवसेना, एनसीपी के पास मजबूत ताकत है।