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गुजरात के व्यापारियों को महाराष्ट्र लूटने नहीं देंगे …गुंडों की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं फडणवीस …ठोकशाही की बात करनेवाले देवेंद्र को राऊत की चेतावनी

सामना संवाददाता / मुंबई
मैदान में आओ और विपक्ष को जवाब दो और उन्हें खदेड़ दो जैसी भाषा बोलनेवाले गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस को गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और फिर ऐसी भाषा बोलनी चाहिए। इस तरह का करारा जवाब देते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर हमला किया। राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र आपको दिखा देगा कि ठोकशाही क्या होती है। संजय राऊत ने फडणवीस को कड़ी चेतावनी दी। कल एक प्रेस काॅन्फ्रेंस में संजय राऊत ने गृहमंत्री अमित शाह और राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना की।
पुणे में एक सभा में बोलते हुए अमित शाह ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे की दबे शब्दों में आलोचना की थी। आलोचना का जवाब देते हुए संजय राऊत ने कहा कि इतना लाचार, इतना बेशर्म। गुजरात से एक बिजनेस लीडर पुणे आता है और महाराष्ट्र पर गर्व करनेवाले शरद पवार और उद्धव ठाकरे के खिलाफ बहुत गंदी टिप्पणी करके चला जाता है। यह मराठी नेताओं के प्रति नफरत है। शरद पवार भ्रष्ट हुए और सुनील तटकरे, अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, हसन मुश्रीफ अब अमित शाह के साथ कंधे से कंधा मिलाकर बैठे हैं। शाह के बगल में अशोक चव्हाण बैठे थे, जिन पर अमित शाह ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। यह उनकी सरकार थी, जिसने शरद पवार को देश का दूसरा सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण दिया था। नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम राजनीति में पवार साहब की उंगली पकड़कर चल रहे हैं। संजय राऊत ने कहा कि इन सबका मतलब यह है कि मोदी-शाह के बीच अंतर नजर आता है।
उन्होंने उद्धव ठाकरे के बारे में जो कुछ भी कहा है, इन्हें औरंगजेब पैंâस क्लब कहा जाता है, लेकिन हम उनकी तरह जीना पैâन क्लब में नहीं हैं। ऐसा कोई नहीं है, जो पाकिस्तान जाकर जिन्ना की कब्र पर फूल फेंके। हम उनमें से नहीं हैं, जो नवाज शरीफ के जन्मदिन पर केक काटने पाकिस्तान चले जाएं। कट्टर राष्ट्रवादी मुसलमानों का पक्ष लेने में कोई बुराई नहीं है। इस देश में कई संघर्षों के दौरान मुसलमानों ने भी बलिदान दिया है, लेकिन महाराष्ट्र की हार का असर पड़ा है। भले ही उन्होंने महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान शरद पवार और उद्धव ठाकरे की आलोचना की, लेकिन लोगों ने भाजपा को हरा दिया। हम गुजरात के व्यापारियों को महाराष्ट्र को लूटने की इजाजत नहीं देंगे। अमित शाह को ये संदेश महाराष्ट्र की जनता ने लोकसभा चुनाव के नतीजों से दे दिया है।
बर्दाश्त नहीं करेगी महाराष्ट्र की जनता
संजय राऊत ने कहा कि वे उनका विरोध कर रहे हैं कि देवेंद्र फडणवीस किस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं। महाविकास आघाड़ी के लोगों को मारो। यह कौन-सी भाषा है? गृहमंत्री गुंडों की भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। इस राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। इतनी हार तुम्हारे ऊपर से गुजर चुकी है। महाराष्ट्र की जनता इस भाषा को बर्दाश्त नहीं करेगी। अमित शाह और देवेंद्र फडणवीस को गृहमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए और फिर ऐसी भाषा बोलनी चाहिए। महाराष्ट्र आपको दिखाएगा कि ठोकशाही क्या है। संजय राऊत ने कहा कि ईडी, सीबीआई, पुलिस को किनारे रखिए फिर देखेंगे। अगर आप में हिम्मत है तो ईडी, सीबीआई का हथियार कमर में बांधकर हमारे पास मत आइए।
अमित शाह और नरेंद्र मोदी भी विधानसभा प्रचार के लिए महाराष्ट्र आएंगे। ये हताश, निराश लोग हैं। भाजपा हारे हुए भाव से बात कर रही है। उन्हें यह स्वीकार करना चाहिए। मोदी नॉन बायोलॉजिकल हैं। वे मां के गर्भ से नहीं आए हैं, तो मोदी ३० साल तक राज करेंगे। किसी भी राजनेता ने ऐसी असफलता और निराशा कभी नहीं देखी। वे हारकर यह सब कर रहे हैं। हम चिंतित नहीं हैं। महाराष्ट्र तुम्हारी तरह पागल नहीं है। अगर आप हमारे नेताओं के खिलाफ इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हम आपके सत्ता में रहने तक जेल जाने को तैयार हैं। संजय राऊत ने आलोचना करते हुए कहा कि आप दिखा रहे हैं कि आपातकाल क्या होता है। फडणवीस कह रहे हैं कि महाविकास आघाड़ी के बीस विधायक टूटे हैं। उन्होंने क्या देकर उन विधायकों को तोड़ा है?

अगर विधायक ने इसे तोड़ा तो उन्हें कितना पैसा दिया गया? वे गर्व से कहते हैं कि उन्होंने २० विधायकों को तोड़ दिया, उनकी जांच होनी चाहिए। आपको यह पता लगाना चाहिए कि फडणवीस, शिंदे, अजीत पवार के पास यह पैसा कहां से आया। प्रत्येक विधायक को ५० करोड़ रुपए दिए गए हैं। अगर वह भ्रष्टाचार नहीं चाहते हैं तो अमित शाह को फडणवीस के बयान की ईडी जांच शुरू कर देनी चाहिए।
-संजय राऊत, शिवसेना नेता व सांसद

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