सामना संवाददाता / मुंबई
चुनाव जीतने के बाद ५ लाख बहनों को अपात्र कर दिया। अगर बहनों ने जिताया तो उनके साथ इस सरकार ने धोखा किया है। जैकेट भाऊ, दाढ़ी भाऊ, देवा भाऊ, पता नहीं कौन-कौन भाऊ! बहनों को जाकर उनसे पूछना चाहिए कि ऐसा क्यों किया? अब ये ‘लाडले भाऊ’ उनके वोट लौटाएंगे क्या? इस तरह का सीधा सवाल शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने महायुति सरकार से पूछा है। वे कल शिवसेना नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे के किए कार्यों की पुस्तिका ‘शिवबंधन’ के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे।
बुलेटप्रूफ जैकेट में पीएम ने गंगा नहाया
ये लोग कहते हैं कि मनमोहन सिंह रेनकोट पहनकर नहाते थे, लेकिन आज हमारे देश के प्रधानमंत्री बुलेटप्रूफ जैकेट पहनकर गंगा में नहाते हैं, लेकिन इन्हें बता दें कि यह गंगा में नहा रहे हैं और यहां रुपया रसातल में जा रहा है।
मुंबई को गिरवी नहीं होने देंगे!
-अडानी की जेब में मुंबई को डालने की साजिश
-महायुति सरकार पर बरसे उद्धव ठाकरे
जिस मुंबई पर हम अभिमान करते हैं, आज ये लोग उसी मुंबई को बर्बाद करने पर तुले हैं। कभी ९२ हजार करोड़ रुपए की एफडी वाली मनपा को आज इन लोगों ने डेढ़ लाख करोड़ से अधिक का घाटा विकास के नाम पर थोप दिया है। केंद्र और राज्य की मौजूदा सरकार ने पूरे देश को तबाह कर दिया है। ये मुंबई को अडानी की झोली में डालने में जुटी हैं, लेकिन कट्टर और निष्ठावंत शिवसैनिक मुंबई को गिरवी नहीं होने देंगे। ऐसे जोरदार शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे महायुति सरकार पर जमकर बरसे।
उन्होंने कहा कि जैसे इन गद्दारों ने शिवसेना को तोड़ा, वैसे ही अब देश को भी बर्बाद कर रहे हैं। देश के लोगों के साथ धोखा करने का काम भाजपा नेतृत्व वाली सरकार कर रही है। महाराष्ट्र में किसान, जनता परेशान हैं। उन्होंने कहा कि इन गद्दारों ने लाडली बहनों तक को नहीं छोड़ा, जिन्होंने इन्हें वोट दिया। ऐसी गद्दार सरकार को शिवसैनिक ही जवाब देंगे। कल यशवंत राव चव्हाण सभागृह में आयोजित शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधान परिषद में नेता विपक्ष अंबादास दानवे द्वारा आयोजित ‘शिवबंधन’ कार्यक्रम में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार की जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि जो मुंबई केंद्र सरकार को हर साल ३५ से ३७ प्रतिशत तक कर देती है, उस मुंबई को बजट में केंद्र ने कुछ नहीं दिया। हमने मनपा को नुकसान से निकालकर ९२ हजार करोड़ के फायदे में लाया, ये लोग कहते हैं कि बैंक में पैसा रखकर विकास नहीं होता, तो क्या ठेकेदारों की जेब में रखकर विकास होता है, अडानी की जेब में मुंबई रखकर विकास होता है? ऐसा तीखा सवाल उद्धव ठाकरे ने किया।
धारावी विकास के नाम पर और जमीन चाहिए
धारावी विकास के नाम पर अडानी अभी और जमीन मांग रहा है। मनपा के हॉस्पिटल नहीं चल रहे हैं इसलिए उसके निजीकरण करने की खबर है। तब तो कल मुंबई मनपा नहीं चल रही है, बोलकर उसे भी अडानी को दे दोगे। उन्होंने कहा कि ये लोग सत्ता के लिए देश का खून कर रहे हैं और यह हम शिवसैनिकों को मंजूर नहीं है। ये अफजल खान की औलादें हमें हिंदुत्व न सिखाएं तो बेहतर है। देश को बचाने का काम शिवसैनिक कर रहा है। महाराष्ट्र की एकीकरण समिति में ठाकरे परिवार के लोग थे। मुंबई को १९९३ के दंगे में किसने बचाया? ये हमें कहते हैं कि हमने हिंदुत्व छोड़ा है। मैं चुनौती देता हूं कि एक भी उदाहरण देकर बताएं कि हमने हिंदुत्व छोड़ा है। ये सीधे-सीधे साफ झूठ बोलते हैं।
दिल्ली के आगे नहीं झुकेंगे
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि निष्ठावंत शिवसैनिक की जितनी सराहना की जाए उतना कम है। आज तक कभी महाराष्ट्र दिल्ली के आगे नहीं झुका है। हमारे शिवसैनिक भी दिल्ली के तख्त के आगे नहीं झुकेंगे। चाहे कितना भी प्रयास करें, लेकिन असली निष्ठावान शिवसैनिक को नहीं तोड़ पाएंगे। बहुत से लोग दल बदल रहे हैं, इधर-उधर उड़ी मार रहे हैं, लेकिन ऐसा करनेवाले बचेंगे नहीं।
दिल्ली में राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र चुनाव में हुई गड़बड़ी को लेकर किए गए खुलासे पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि राहुल गांधी ने भाजपा के ढोंग को उजागर कर दिया है। जैसे हम हार नहीं मान रहे हैं, वैसे ही ये लोग जीत भी नहीं पचा पा रहे हैं। इन्हें अपनी जीत पर भरोसा नहीं है। उन्होंने एकनाथ शिंदे पर व्यंग्य करते हुए कहा कि यह लाचार सेना है। इनके पास दिमाग नहीं है। ये कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन शिवसैनिक फूटेगा नहीं। तुम्हारा ही सिर फूटेगा, हिम्मत है तो ईडी-सीबीआई सब बगल कर दो। आमने-सामने आ जाओ और हमारा एक भी शिवसैनिक फोड़ कर दिखाओ। ये लोग नकली बाप की औलाद हैं, इनमें हिम्मत ही नहीं है।
बांग्लादेशियों को मतदान का अधिकार कैसे?
उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब टीएन शेषन चुनाव आयुक्त थे, उस समय हमने उनसे मुलाकात की थी और तभी यह सवाल उठाया था कि भारत में बांग्लादेशी लोगों को मतदान का अधिकार कैसे? उस वक्त उन्होंने कहा था कि सरकार को बांग्लादेशियों को राशन कार्ड देना बंद कर देना चाहिए, लेकिन आज मैं कहता हूं कि आम जनता की जवाबदारी है कि उनकी मतदाता सूची में बांग्लादेशियों का नाम कैसे शामिल हो गया?